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मक्के की फसल में बढ़ा कीट का प्रकोप

जिला कृषि रक्षा अधिकारी जर्नादन कटियार ने बताया कि प्रदेश में कई जगहों पर विगत दिनों से मक्के की फसल में फाल आर्मी वर्म कीट का प्रकोप देखा जा रहा है। इसकी रोकथाम के लिए किसानों को जानकारी दी रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 05:07 PM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 05:07 PM (IST)
मक्के की फसल में बढ़ा कीट का प्रकोप
मक्के की फसल में बढ़ा कीट का प्रकोप

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जिला कृषि रक्षा अधिकारी जर्नादन कटियार ने बताया कि प्रदेश में कई जगहों पर विगत दिनों से मक्के की फसल में फाल आर्मी वर्म कीट का प्रकोप देखा जा रहा है। इसकी रोकथाम के लिए किसानों को जानकारी दी रही है।

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उन्होंने बताया कि फाल आर्मी वर्म का लार्वा भूरा धूसर रंग का होता है। लार्वा अवस्था में पी के नीचे तीन पतली सफेद धरियां और सिर पर एक अलग सफेद उल्टा अंग्रेजी शब्द का वाई आकार का दिखता है एवं इसके शरीर के अंतिम खंड पर वर्गाकार आकार चार बिदु दिखाई देते हैं। इस कीट के प्रकोप की पहचान फसल के बढ़वार अवस्था में जैसे पत्तियों में छिद्र व पत्तियों के बाहरी किनारों पर कीट के मल मूत्र से पहचाना जाता है।

यह करें उपाय

जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने बताया कि अन्य परजीवी 2 से 5 ट्राइकोग्रामा कार्ड व टेलोनोमस रेमस का प्रयोग अंडे देने की अवस्था में करने से इनकी संख्या की वृद्धि में रोक लगाई जा सकती है। इसमें एनपीबी 250 एलई प्रभावशाली है। प्रारंभिक अवस्था में पांच प्रतिशत नीम का अर्क अथवा एजाडीरैक्टीन (नीम आयल) 0.15 फीसद की 1 लीटर मात्रा को 500 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें, यांत्रिक विधि के तौर पर सायं काल में तीन से चार की संख्या में प्रकाश प्रपंच लगाना चाहिए।


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