दिहाड़ी मजदूर व छोटे किसानों पर बंदी का असर
दक्षिणांचल में कोरोना व लाकडाउन के चलते दिहाड़ी मजदूर व लघु सीमांत किसानों की स्थिति बेहद नाजुक हो गई है। इसके चलते लोग कर्ज से पैसा लेने पर मजबूर हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गोविदपुर (सोनभद्र) : दक्षिणांचल में कोरोना व लाकडाउन के चलते दिहाड़ी मजदूर व लघु सीमांत किसानों की स्थिति बेहद नाजुक हो गई है। इसके चलते लोग कर्ज से पैसा लेने पर मजबूर हो रहे हैं।
म्योरपुर, रासपहरी, कोंगा बैना, चैनपुर, जरहा, फरीपान आदि ग्रामीण प्रतिदिन मजदूरी करके घर का खर्च चलाते हैं। मिलने वाली मजदूरी से राशन और अन्य सामान खरीदते थे। लाकडाउन के चलते काम न मिलने से आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। इससे लोगों को कर्ज का सहारा लेना पड़ रहा है। म्योरपुर ब्लाक के परनी हरहोरी, खैराही, किरवानी, रनटोला, कुशमाहा, रासपहरी आदि गांवों से सैकड़ो मजदूर रेणुकूट दिहाड़ी पर काम करने जाते थे, लेकिन अब काम मिलना भी बंद हो गया है। इससे लोगों का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। मजदूर रामवृक्ष, अशोक गीता का कहना है कि हम गरीबों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।