कई स्थानों पर अवैध खनन जारी
शासन-प्रशासन के लाख कवायद के बाद भी क्षेत्र में अवैध खनन बदस्तूर जारी है। वनविभाग का दावा है कि क्षेत्र में कहीं भी खनन नहीं हो रहा है। इसके बाद भी खनन माफिया ट्रैक्टर और डंपर लेकर पूरे वन क्षेत्र में सक्रिय हैं। दिन-रात बालू बोल्डर लेकर सड़कों पर गुजरते वाहन देखे जा सकते हैं। गत 15 दिनों पूर्व जरहां वन क्षेत्र के समरलोटवा नदी पर अवैध खनन की शिकायत पर एसडीएम दुद्धी की अगुवाई में वन विभाग के लोगों द्वारा मार्ग पर जेसीबी मशीन से गहरी खाई खुदवा दी गई थी।
जासं, बीजपुर (सोनभद्र) : शासन-प्रशासन के लाख कवायद के बाद भी क्षेत्र में अवैध खनन बदस्तूर जारी है। वनविभाग का दावा है कि क्षेत्र में कहीं भी खनन नहीं हो रहा है। इसके बाद भी खनन माफिया ट्रैक्टर और डंपर लेकर पूरे वन क्षेत्र में सक्रिय हैं। दिन-रात बालू, बोल्डर लेकर सड़कों पर गुजरते वाहन देखे जा सकते हैं। गत 15 दिनों पूर्व जरहां वन क्षेत्र के समरलोटवा नदी पर अवैध खनन की शिकायत पर एसडीएम दुद्धी की अगुवाई में वन विभाग के लोगों द्वारा मार्ग पर जेसीबी मशीन से गहरी खाई खुदवा दी गई थी।
वन क्षेत्र के सिदूर, लीलाडेवा, अनजानी, जरहां, महुली, रजमिलान में बहने वाले नदी-नालों के साथ रिहंद डैम के सिरसोती, डोड़हर सीमावर्ती इलाकों को अवैध खनन का अड्डा बनाया गया है। वन क्षेत्र में कई स्थानों पर खनन माफियाओं द्वारा भारी मात्रा में बालू डंप किया जा रहा है। जहां से ट्रैक्टरों पर प्लास्टिक या तिरपाल से ढंक कर विविध स्थानों पर आपूर्ति किया जा रहा है। सरकार द्वारा अवैध खनन रोकने के लिए राजस्व, खनन, वन तथा पुलिस को जिम्मेदार बनाया गया है। लेकिन कोई भी विभाग आगे नहीं आना चाह रहा है। वनविभाग तो यह दावा कर चुप्पी मार लिया गया है कि जंगलों से अवैध खनन नहीं हो रहा है। गौरतलब हो कि क्षेत्र में कहीं भी खनन की लीज नही है। फिर भी अवैध खनन बेखौफ जारी होने से क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।