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एलटी की गलत सलाह से काटना पड़ा बालिका का हाथ

घोरावल कोतवाली क्षेत्र के खुटहां गांव निवासी एक बालिका का दो माह पहले बिजली के करेंट से हाथ झुलस गया था। उसे सीएचसी में भर्ती कराया गया। वहां से जिला अस्पताल गई और तभी अस्पताल के एक एलटी के उसे गलत सलाह देकर वाराणसी भेज दिया। वहां भी इलाज नहीं हुआ तो पुन: जिला अस्पताल लाया गया। जहां गैंगरीन होने पर उसका हाथ काटना पड़ गया। इस मामले में अब पीड़ित बालिका की मां ने एलटी पर गल सलाह देने व अनावश्यक रूप से पैसे खर्च कराने का आरोप लगाया। इस पर सीएमएस ने मामले की जांच बैठा दिया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 06:07 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 06:07 PM (IST)
एलटी की गलत सलाह से काटना पड़ा बालिका का हाथ

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : घोरावल कोतवाली क्षेत्र के खुटहां गांव निवासी एक बालिका का दो माह पहले बिजली के करेंट से हाथ झुलस गया था। उसे सीएचसी में भर्ती कराया गया। वहां से जिला अस्पताल गई और तभी अस्पताल के एक एलटी ने उसे गलत सलाह देकर वाराणसी भेज दिया। वहां भी इलाज नहीं हुआ तो पुन: जिला अस्पताल लाया गया। जहां गैंगरीन होने पर उसका हाथ काटना पड़ गया। मामले में अब पीड़ित बालिका की मां ने एलटी पर गलत सलाह देने व अनावश्यक रूप से पैसे खर्च कराने का आरोप लगाया। इस पर सीएमएस ने मामले की जांच बैठा दी है।

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घोरावल कोतवाली क्षेत्र के खुटहां गांव निवासी उर्मिला की नौ वर्षीय पुत्री राधा को करीब दो माह पहले करेंट लग गया था। इससे उसका एक हाथ और एक पैर झुलस गया। परिजनों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घोरावल में भर्ती कराया। वहां हालत गंभीर देख डाक्टरों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया तो डाक्टरों ने बायें हाथ में ज्यादा झटका बताया। आरोप है कि इलाज चल रहा था तभी जिला अस्पताल के लिए ही एक एलटी ने महिला को बहला-फुसला कर बेहतर इलाज का प्रलोभन देकर वाराणसी के एक अस्पताल भेज दिया। महिला भी बगैर रेफर कराए ही बालिका को लेकर वाराणसी चली गई। वहां उसका दो लाख रुपये भी लग गया और बालिका का हाथ भी ठीक नहीं हुआ। ऐसे में उक्त अस्पताल कर्मी ने पुन: जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पता चला कि बालिका के हाथ में गैंगरीन हो गया है। उसका जीवन बचाने के लिए हाथ को काटना पड़ेगा। डाक्टरों ने भी बायें हाथ को कोहनी के पास से हाथ काटकर अलग कर दिया। इस मामले की जानकारी जब सीएमएस को हुई तो उन्होंने इसकी जांच शुरू करा दी है। बोले अधिकारी

बालिका की मां ने अस्पताल के ही एक एलटी पर गलत सलाह देने व बहला-फुसलाकर वाराणसी भेजने फिर पुन: अस्पताल में भर्ती कराने का आरोप लगाया है। उसके आरोपों के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। महिला का बयान ले लिया गया है। एलटी अभी अवकाश पर है। जैसे ही आयेगा उसका बयान लेकर दोषी पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। बालिका को गैंगरीन हो गया था। इसलिए उसके परिजनों की सहमति पर कोहनी के नीचे से उसका हाथ काटकर अलग कर दिया गया है।

- डा. प्रेम बहादुर गौतम, सीएमएस- जिला अस्पताल।


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