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उत्कृष्ट विद्यालय पुरस्कार में घोरावल ने बाजी मारी

जागरण संवाददाता सोनभद्र/घोरावल निरंतर श्रम एक न एक दिन सफलता के मुकाम पर पंहुचा ही देता है। इसे चरितार्थ किया घोरावल के दो शिक्षकों ने। जिनके विद्यालय राज्य स्तर पर उत्कृष्ट विद्यालय पुरस्कार के लिए चयनित हुए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Jan 2020 05:34 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jan 2020 09:25 PM (IST)
उत्कृष्ट विद्यालय पुरस्कार में घोरावल ने बाजी मारी

जागरण संवाददाता, सोनभद्र/घोरावल : प्रदेश स्तर पर स्क्रीनिग के बाद प्रदेश के कुल सौ विद्यालयों को उत्कृष्ट विद्यालय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। इसमें जनपद के घोरावल ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय विसुंधरी और इंग्लिश मीडिएम प्राथमिक विद्यालय दुरावल खुर्द शामिल है। इसकी सफलता से शिक्षकों में हर्ष व्याप्त है।

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बताते चलें कि जिस प्रकार सरकार बेसिक शिक्षा के विद्यालयों में गुणवत्ता के साथ-साथ भौतिक परिवेश और संशाधन बेहतर बनाने में लगी हुई है वहीं कुछ शिक्षक भी अपने निजी व्यय और सामाजिक सहयोग से विद्यालय को आदर्श विद्यालय के रूप में प्रतिष्ठित किए हैं। इन विद्यालयों के मानक स्तर को देखकर सरकार ने इन्हें पुरस्कृत करने का मन बनाया और इसके लिए खुली प्रतियोगिता के तौर पर आवेदन मंगाए।

बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. गोरखनाथ पटेल, खंड शिक्षा अधिकारी उदय चंद्र राय ने इन दोनों विद्यालयों के शिक्षकों को बधाई दी है। बता तें चलें कि विद्यालयों को बेहतर बनाने में कामयाब रहे शिक्षक दिनबंधु त्रिपाठी व राजकुमार सिंह को एक फरवरी को बेसिक शिक्षा निदेशालय के विद्या भवन में सम्मानित किया जाएगा। दीनबंधु व राजकुमार ने बढ़ाया जनपद का मान

शिक्षा क्षेत्र घोरावल के पूर्व माध्यमिक विद्यालय विसुंधरी व इंग्लिश मीडिएम प्राथमिक विद्यालय दुरावल खुर्द के शिक्षक क्रमश: दीनबंधु त्रिपाठी व राजकुमार सिंह की रचनात्मकता और क्रियाशीलता ने इनके विद्यालय को अन्य विद्यालयों से अलग करती है। कुछ अलग करने का जुनून हमेशा विद्यमान है। इन्हीं की बदौलत दोनों शिक्षकों को राज्य पुरस्कार मिला है। दीनबंधु राज्य स्तर पर उत्कृष्ट अध्यापक पुरस्कार, राज्य स्तर पर कहानी सुनाओ प्रतियोगिता का पुरस्कार, राज्य स्तर पर गणित पाठ योजना पुरस्कार, राज्य स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। इनकी खोज गणित किट जनपद के 188 विद्यालयों में स्थापित है। शिक्षक राजकुमार ने बाल संसद को प्रभावशाली बनाने, प्रदेश का पहला ट्रेन मॉडल पर स्कूल भवन को रूप देने के कारण जनपद का पहला उत्कृष्ट विद्यालय का पुरस्कार लेने में कामयाब रहे हैं। स्कूल के अतिरिक्त कक्ष को बस मॉडल में बनाकर क्वालिटी एक्सप्रेस का लुक दिया है। 97 प्रतिशत बच्चों को उपस्थिति के लिए उपजिलाधिकारी व बेहतर कार्य के लिए विधायक, जिलाधिकारी व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भी सम्मानित कर चुके हैं।


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