वन विभाग सुस्त, अवैध खननकर्ता बेफिक्र
तमाम कवायदों के बावजूद जिले में अवैध बालू का खनन बदस्तूर जारी है। अवैध खननकर्ता रात के अंधेरे में बालू का खनन करके उसे अपने निर्धारित स्थान पर लाकर डंप कर रहे हैं और उसे फर्जी परमिट के आड़ में जिले व दूसरे स्थान के लिए रवाना कर रहे हैं। बभनी वन रेंज के स्थानीय नदियों में इन दिनों
जासं, बभनी (सोनभद्र) : तमाम कवायदों के बावजूद जिले में बालू का अवैध खनन बदस्तूर जारी है। अवैध खननकर्ता रात के अंधेरे में बालू का खनन कर निर्धारित स्थान पर डंप कर रहे हैं और उसे फर्जी परमिट की आड़ में जिले व दूसरे स्थान के लिए रवाना कर रहे हैं। बभनी वन रेंज के स्थानीय नदियों में इन दिनों अवैध खनन चरम पर है। हाल यह है कि रेंज क्षेत्र के कई गांवों में सड़क किनारे बालू तथा बोल्डर एकत्रित करके खुलेआम बेचा जा रहा है, जबकि विभागीय लोग पूरी तरह से मौन धारण किए हुए हैं।
क्षेत्र के पोखरा नदी, तेंदुअल नदी, शिव घाट, चौना, पांगन नदी आदि जगहों से ट्रैक्टरों के माध्यम से अवैध खनन का अंजाम दिया जा रहा है। विभागीय मिलीभगत से अवैध खननकर्ता मनमानी पर उतर आए हैं। पर्यावरण प्रेमियों के विरोध के बावजूद यह बिना किसी डर के अवैध खनन का अंजाम पहुंचा रहे हैं। बभनी वन रेंज क्षेत्र के पोखरा ग्राम सभा के मधु घुटरा के पास बालू डंप किया जा रहा है। क्षेत्र के इन नदियों से बालू तथा बोल्डर ट्रैक्टर के माध्यम से परिवहन कर बभनी, चपकी, परसा टोला आदि स्थानों पर ऊंचे दामों पर बिक्री की जा रही है। सूत्रों के अनुसार वन विभाग के स्थानीय वन रक्षक तथा वन वाचर की भूमिका संदिग्ध है, जिसके वजह से प्रतिदिन ट्रैक्टरों की खेप पहुंचाई जा रही है। बभनी वन क्षेत्राधिकारी अवधेश कुमार मिश्र ने बताया कि शिकायत मिली है। जांच कर कार्रवाई करूंगा। ग्रामीण शिवपूजन, रामप्रसाद, रामदेव, राम सिंह, राजकुमार, रामजीत आदि ने जिलाधिकारी का ध्यान आकर्षित कराते हुए तत्काल जांच की मांग की है।