बिना किसी साक्ष्य के मुकदमा लाद रहा वन विभाग
जागरण संवाददाता सोनभद्र वन विभाग ने मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है। जिस मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं था उसमें जानबूझ कर राजनीतिक के तहत मुझे घसीटा गया है। मैं वन विभाग को नोटिस भेजकर इस विषय पर स्पष्टीकरण मांगूंगा। जनप्रतिनिधि होने के नाते जो भी मुझसे सहयोग मांगता है उसे मैं देता हूं इसका मतलब यह नहीं कि मैं कहीं पर भी अपने निजी स्वार्थ के लिए गया हूं। यह बातें नगर पालिका चेयरमैन वीरेंद्र जायसवाल ने शनिवार को नगर स्थित एक निजी होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
जासं, सोनभद्र : वन विभाग मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहा है। जिस मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं था, उसमें जानबूझ कर राजनीतिक के तहत मुझे घसीटा गया है। मैं वन विभाग से स्पष्टीकरण मागूंगा। जनप्रतिनिधि होने के नाते जो भी मुझसे सहयोग मांगता है उसे मैं देता हूं, इसका मतलब यह नहीं कि मैं कहीं पर भी अपने निजी स्वार्थ के लिए गया हूं। यह बातें नगरपालिका चेयरमैन वीरेंद्र कुमार जायसवाल ने शनिवार को नगर स्थित एक निजी होटल में पत्रकारों से बातचीत में कही।
चेयरमैन ने कहा कि अपने बेटे के एक मित्र के कहने पर मैं लोढ़ी स्थित उसके जमीन पर पहुंचा था। इस दौरान वहां पर वन विभाग के कर्मी आ पहुंचे, और उन लोगों द्वारा खतौनी वाले जमीन को वनभूमि बताते हुए वहां पर बनाई जा रही चहारदीवारी को ढहाने लगे। जिसका मैंने विरोध भी किया। कहा कि अगर यह वन भूमि है तो आप लोग इसकी कोई कागजात दिखाइए, साथ ही इसकी सूचना जिलाधिकारी को भी दी। बावजूद इसके मेरे वापस आने के बाद राजनीतिक कारणों से मुझे उसमें घसीटा गया, जिसका मुझे बहुत दुख है। कहा कि वन विभाग के तहरीर की जानकारी होने के बाद मैं तत्काल जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी उन्हें दी है। बताया कि जिलाधिकारी ने पूरे मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी है, जो जल्द ही पूरे मामले से पर्दा उठाएगा। श्री जायसवाल ने कहा कि मैं वन विभाग पर मानहानि का केस करूंगा।