कुंभ में जनजाति समागम को रवाना हुए पांच सौ आदिवासी
प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ में चार दिनो तक चलने वाले देशभर के जनजाति समागम में सोनभद्र के पांच सौ आदिवासी सामिल होने के लिए सात बसों से जयघोष के नारो के साथ रवाना हो गये।
जागरण संवाददाता, डाला (सोनभद्र) : कुंभ में चार दिनों तक चलने वाले देशभर के जनजाति समागम में भाग लेने के लिए सोनभद्र के पांच सौ आदिवासी मंगलवार की सुबह सात बसों से जयघोष करते रवाना हुए। जिन्हें वनवासी कल्याण आश्रम के प्रांतीय सदस्य जेसी विमल ¨सह द्वारा हरी झंडी दिखाकर बारी खन्ना कैंप से रवाना किया गया। 12 से 15 फरवरी तक चलने वाले इस जनजाति समागम में देशभर के विभिन्न राज्यों से दस हजार जनजाति समाज के लोग भाग लेंगे।
कुंभ में चार दिवसीय जनजाति समागम सेवा समर्पण संस्थान के बैनर तले आयोजित किया गया है। वनवासी कल्याण आश्रम के जिला संगठन मंत्री र¨वद्र कुमार के नेतृत्व में जनपद के चोपन, राबर्ट्सगंज, बभनी, दुद्धी व म्योरपुर ब्लाक क्षेत्र के गांवों में रहने वाले पांच सौ आदिवासियों का जत्था रवाना हुआ है। र¨वद्र कुमार ने बताया कि देश के 28 राज्यों से दस हजार जनजाति समुदाय के लोग कार्यक्रम में शामिल होंगे। कुंभ अपने सनातन परंपरा का एक महत्वपूर्ण पर्व है। इसमें भेदभाव रहित समरसता, समता और सछ्वावना से युक्त भारत की प्राचीन संस्कृति में अंतर्निहित एकात्मत का परिचय होगा। देशभर के विभिन्न जनजातियों से लगभग 60 सांस्कृतिक दल लोक नृत्य, लोक कलाओं व लोक संगीत की प्रस्तुती एक मंच पर देंगे। ऐसे में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की प्रतिभा को देखने का अवसर लोगों को प्राप्त होगा। देश के दस प्रतिशत से अधिक जनजातियों की विलुप्त हो रही कलाओं को एक साथ एक ही मंच पर चार दिनों तक आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर संतोष कुमार बबलू, सीताराम, उदित नारायण, जय प्रकाश आदि लोग शामिल रहे।