चौथे दिन भी नहीं मिला सोन नदी में डूबा बालक
जागरण संवाददाता ओबरा (सोनभद्र) सीमावर्ती मध्यप्रदेश के सिगरौली जनपद के गढ़वा थाने में पनवार।
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : सीमावर्ती मध्यप्रदेश के सिगरौली जनपद के गढ़वा थाने में पनवार घाट पर रविवार को सोन नद में डूबी नाव से लापता आठ वर्षीय बालक को चौथे दिन भी नहीं खोजा जा सका। बुधवार को खोज का दायरा घटनास्थल से 50 किलोमीटर दूर सोनभद्र के चोपन तक बढ़ा दिया गया। एसडीइआरएफ और गढ़वा पुलिस ने गोठानी, अगोरी, बडगवां, सेमिया, घोरिया, गुरदह, शिल्पी, कोरट, कुडारी सहित दर्जनों जगहों पर लापता बालक की खोजबीन की। परिजन भी दिनभर तटवर्ती हिस्सों में खोजबीन में जुटे रहे। गढ़वा थाना प्रभारी शंखधर द्विवेदी और एसडीओपी एसएन बघेल ने एसडीइआरएफ टीम के साथ खोजबीन की। इससे पहले मंगलवार को घटनास्थल से 13 किलोमीटर आगे सोनभद्र सीमा के पास पिपरझर में सोनभद्र के बेलगढ़ी निवासी 12 वर्षीय कन्हैया का शव और घटनास्थल से 14 किमी दूर गढ़वा थानांतर्गत देवरा में सिगरौली जिला के घोघवा निवासी अंजना पत्नी राजेश केवट (25) का शव मिला था। दरअसल रविवार दोपहर करीब दो बजे गढ़वा थाना अंतर्गत छह लोग नाव से पनवार घाट से केवटली घाट जा रहे थे। नाव में तेजी से पानी भरने के कारण नाव नद में डूब गई थी। जिसमें तीन लोग डूब गये थे। समाचार लिखे जाने तक लापता छोटू पुत्र कैलाश जायसवाल की खोजबीन जारी थी।
चार माह बाद पुन: घटना
बीते 12 सितंबर 2019 को मध्यप्रदेश के सीमावर्ती इलाके लमसरई एवं रामडीहा से जुगैल थानांतर्गत कुडारी में नहाने आए सात बालक सोन नद में शनिवार को डूब गए थे। इनमे तीन नदी से बाहर निकलने में कामयाब हो गए लेकिन चार बालक नदी में डूब गए थे। इन बालकों को खोजने में भी तीन दिन का समय लगा था। इन बालकों में एक का शव घटनास्थल से आठ किलोमीटर दूर मिला था। ऐसे में रविवार को हुई घटना में भी खोजबीन का दायरा बढ़ाया गया है।