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अनपरा--अवैध कारोबार का अड्डा बना ऊर्जांचल

ऊर्जांचल में कोयला कबाड़ डीजल (सीकेडी ) चोरी की घटनाएं बदस्तूर जारी है। एसपी के हनक का असर अवैध कारोबारियों पर नही दिख रहा है। स्थानीय पुलिस द्वारा ही पंजीकृत मामलों का विवेचना किए जाने से अवैध कारोबारी आसानी से न्यायालय में राहत पा जाते हैं। आए दिन औद्योगिक प्रतिष्ठानों से हो

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Sep 2019 05:04 PM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 05:04 PM (IST)
अनपरा--अवैध कारोबार का अड्डा बना ऊर्जांचल
अनपरा--अवैध कारोबार का अड्डा बना ऊर्जांचल

जासं, अनपरा (सोनभद्र): प्राकृतिक धराहरों से सजी ऊर्जांचल की धरती पर कोयला, डीजल व कबाड़ का अवैध कारोबार इन दिनों एक बार सिर उठाकर फल फूल रहा है। प्रशासनिक सख्ती को धता बताते हुए आए दिन कहीं न कहीं से कोयला पकड़ा जा रहा है। वह भी पुलिस अधीक्षक से सूचना और निर्देश के बाद। ऐसा नहीं है कि स्थानीय स्तर पर सख्ती की जाए तो अवैध कारोबार पर पाबंदी नहीं लगाई जा सकती लेकिन, हमेशा से साठगांठ को लेकर उठते रहे सवाल आज फिर से चर्चा का विषय बना हुआ है।

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दरअसल, ऊर्जांचल में कोयला, कबाड़ व डीजल की खपत व आवक व्यापक स्तर है। ऐसे में अवैध कारोबार में लिप्त लोगों को खाकी की आड़ मिलने पर ऊर्जांचल मुकम्मल व्यवस्थाएं मुहैया कराता है। सूत्रों की मानें तो स्थानीय पुलिस द्वारा ही पंजीकृत मामलों का विवेचना भी संलिप्त लोगों को राहत दिलाने में काफी कारगर है।

आए दिन औद्योगिक प्रतिष्ठानों में चोरी भी पुलिस की सख्ती का पोल खोल रहा है। ऊर्जांचल में दशकों से सीकेडी का खेल स्थानीय पुलिस के सहयोग से जारी है। पुलिस स्वयं संलिप्त कारोबारियों पर हाथ नहीं डालती। क्या है अवैध कारोबार

ऊर्जांचल में तमाम कोल व तापीय परियोजनाएं संचालित है। इसके इर्द-गिर्द बसे अवैध कारोबारी दशकों से कोयला, कबाड़ व डीजल चोरी का धंधा करके अकूत संपत्ति बनाए हैं। ये स्थानीय पुलिस, परियोजना के सुरक्षा विभाग व वन विभाग की मिली भगत से चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। पुलिस हमेशा रहती है संदिग्ध

जनपद मे अनपरा- शक्तिनगर के थाना-चौकी दशकों से मलाईदार के नाम से जानी जाती है। यहां तैनाती के लिए काफी प्रयास किया जाता रहा है। पुलिस द्वारा कभी भी अवैध धंधे को बंद कराने में रूचि नहीं ली गई है, जिससे यह कारोबार क्षेत्र की परियोजनाओं में गहरी पैठ जमा चुका हैं। कई बार गैंगवार की भी स्थिति बनने की नौबत आ जाती है, जिसे पुलिस हस्तक्षेप कर सुलह करा देती है। प्रतिदिन लाखों का कारोबार

सिगरौली-सोनभद्र जनपद स्थित कोल व तापीय परियोजनाओं में प्रतिदिन सीकेडी के खेल में लाखों रुपये का वारा-न्यारा होता है। सिगरौली जनपद से भी चोरी करके कोयला अनपरा थाना से ही गुजर कर वाराणसी के चंदासी मंडी में पहुंचाया जाता है। अवैध कारोबारी अनपरा थाना को इंडिया गेट कहते है। एसपी की हनक कितनी सफल

एसपी के कार्यप्रणाली व हनक को लेकर लोगो में कुछ आस जगी है। उनके पहल पर कोयला चोर पकड़े जा रहे है। लोगों का कहना है कि पूर्व की परंपरा के तहत पुलिस उन्हें विवेचना में राहत कहीं दिला न दें। लोगों ने एसपी से आग्रह किया है कि पकड़े जा रहे आरोपितों से स्वयं पूछताछ करे तो इस अवैध धंधे में परोक्ष-अपरोक्ष रूप में शामिल सभी लोगों के नाम के खुलासे हो सकते हैं। सीकेडी के आरोपितों के मुकदमे सर्किल के बाहर के उच्च अधिकारी व इंस्पेक्टर से कराई जाय।


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