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उत्पादन बढ़ने पर सस्ती बिजली की बढ़ी उम्मीद

प्रदेश में बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम 2021 तक बिजली उत्पादन की क्षमता 3960 मेगावाट करने की तैयारी में है। इसके लिए उत्पादन निगम में चार नये पावर प्लांट का निर्माण शुरू कर दिया है। इन पावर प्लांटों के शुरू होने के बाद पावर कारपोरेशन को प्रदेश की कुल मांग का करीब 50 प्रतिशत हिस्सा उत्पादन निगम से मिलने लगेगा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 06:16 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 06:16 PM (IST)
उत्पादन बढ़ने पर सस्ती बिजली की बढ़ी उम्मीद
उत्पादन बढ़ने पर सस्ती बिजली की बढ़ी उम्मीद

जागरण संवाददाता, बीना (सोनभद्र) : प्रदेश में बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम 2021 तक बिजली उत्पादन की क्षमता बढ़ाने की तैयारी में है। इसके लिए उत्पादन निगम में चार नये पावर प्लांट का निर्माण शुरू कर दिया है। इन पावर प्लांटों के शुरू होने के बाद पावर कारपोरेशन को प्रदेश की कुल बिजली की मांग का करीब 50 प्रतिशत हिस्सा उत्पादन निगम से मिलने लगेगा। इससे उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली भी मिल सकेगी। पावर कारपोरेशन की योजना 2019 तक हर घर में बिजली पहुंचाने की है। कारपोरेशन के अधिकारियों के अनुसार हर घर में बिजली पहुंचाने के बाद बिजली की कुल मांग प्रतिदिन 21000 मेगावाट के पार चली जायेगी, जबकि अभी डिमांड 18 हजार मेगावाट के आसपास है। इसके लिए पावर कारपोरेशन को प्रदेश के बाहर के विद्युत गृहों से महंगे दर पर बिजली खरीदनी पड़ सकती है। ऐसे में उत्पादन निगम ने अपनी क्षमता बढ़ानी शुरू कर दी है ताकि इससे उपभोक्ताओं पर बिजली का बोझ न बढ़े।

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चार नये पावर प्लांट शुरू होने का फायदा उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली के रूप में मिलेगा। राज्य विद्युत उत्पादन निगम के पावर प्लांट होने के कारण पावर कारपोरेशन को सस्ती बिजली मिलेगी। जिसका असर टैरिफ पर भी देखने को मिलेगा। इन पावर प्लांटों से मिलने वाली बिजली की दर पांच रुपये प्रति यूनिट से भी कम रहने की उम्मीद है। मौजूदा समय में भी पावर कारपोरेशन को सबसे सस्ती बिजली उत्पादन निगम के पावर प्लांटों से ही मिलती है। वहीं निजी सेक्टर के पावर प्लांट से पावर कारपोरेशन को सात रुपये प्रति यूनिट की दर बिजली खरीदनी पड़ती है। वर्तमान में कुल डिमांड का बड़ा हिस्सा निजी कम्पनियों से खरीदा जाता है। इसका असर महंगी बिजली के रूप में उपभोक्ताओं पर पड़ता है। दोगुनी हो जायेगी क्षमता

पावर कारपोरेशन के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदेश के जवाहरपुर, ओबरा-सी, हरदुआगंज और पनकी पावर प्लांट का निर्माण पूरा होने के बाद राज्य विद्युत उत्पादन निगम के पावर प्लांटों की उत्पादन क्षमता लगभग 10 हजार मेगावाट हो जायेगी। मौजूदा समय में राज्य विद्युत उत्पादन निगम के पावर प्लांटों की क्षमता 5778 मेगावाट है। कब शुरू होंगे नये पावर प्लांट

पावर प्लांट क्षमता शुरू होंगे

हरदुआगंज 660 मेगावाट जनवरी-2020

ओबरा सी 1320 मेगावाट दिसम्बर-2020, अप्रैल-2021

जवाहरपुर 1320 मेगावाट दिसम्बर-2020, अप्रैल-2021

पनकी 660 मेगावाट अप्रैल-2021


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