इलेक्ट्रिक लाइन में खामी, तीन घंटे खड़ी शक्तिपुंज
हावड़ा से जबलपुर जा रही शक्तिपुंज एक्सप्रेस शनिवार को प्रातकरीब पौने चार बजे दुद्धी स्टेशन के आउटर सिग्नल पर ऊर्जा न मिलने के कारण खड़ी हो गई।
जागरण संवाददाता, दुद्धी (सोनभद्र) : हावड़ा से जबलपुर जा रही शक्तिपुंज एक्सप्रेस शनिवार को प्रात: करीब पौने चार बजे दुद्धी स्टेशन के आउटर सिग्नल पर ऊर्जा न मिलने के कारण खड़ी हो गई। चालक दल के सदस्यों ने बाहर निकल कर जांच किया तो ज्ञात हुआ कि इलेक्ट्रिक लाइन से इंजन को ऊर्जा आपूर्ति करने में सहायक पेंटों नामक उपकरण टूटी हुई है। करीब तीन घंटे बाद रेणुकूट से आई डीजल इंजन इस यात्री ट्रेन को गन्तव्य के लिए लेकर बढ़ी। इस अवरोध का असर चोपन-गढ़वा रेल रूट पर उस अवधि में संचालित अन्य सवारी एवं मालवाहक ट्रेनों पर भी पड़ी।
ट्रेन संख्या 1448 शक्तिपुंज एक्सप्रेस का इलेक्ट्रिक इंजन शनिवार को प्रात: पौने चार बजे धड़धड़ाते हुए दुद्धी रेलवे स्टेशन के ठीक पहले गेट संख्या 63 को जैसे ही पार करके स्पीड कम की, ठीक उसी वक्त तार से इंजन को जोड़ने वाला उपकरण पेंटों टूट जाने की वजह से इंजन खड़ी हो गई। चालक दल के खामी की जानकारी होने के बाद वे मामले से स्टेशन मास्टर को सूचित किया। अधीक्षक अरुण पांडेय ने जैसे ही इसकी जानकारी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को दी। इसके वजह से ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों को सर्द मौसम में फजीहत का सामना करना पड़ा। वही रेलवे गेट के पर ट्रेन फंसने की वजह से दुद्धी-म्योरपुर मार्ग की आवाजाही भी गेट बंद होने कारण ठप हो गई। इससे रेलवे समेत अन्य महकमे में भी हड़कंप मच गई। इसकी वजह से उस अवधि में चोपन-गढ़वा रुट के विढमगंज में पटना डाउन लिक एक्सप्रेस एवं रमना स्टेशन पर पैसेंजर ट्रेन भी खड़ी रही। इसके अलावा कई अन्य मालवाहक ट्रेनें भी प्रभावित रही। ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को भी काफी फजीहत उठानी पड़ी। संबंधित विभागों के फोन लगातार घनघनाने लगे। खामी को दुरुस्त करने के लिए और कोई इंतजाम न होने के कारण शीर्ष अधिकारियों के निर्देश पर रेणुकूट स्टेशन से एक डीजल इंजन मौके पर पहुंची। तब कही जाकर करीब छह बजकर 50 मिनट पर ट्रेन यहां से आगे के लिए रवाना हुई।