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इको फ्रेंडली दुर्गा प्रतिमा से रोकेंगे जल प्रदूषण

मूर्ति विसर्जन से हो रहे जल प्रदूषण को देखते हुए शिव मंदिर दुर्गा पूजा समिति मोरवा द्वारा इस दुर्गाउत्सव में मां दुर्गा की इको फ्रेंडली प्रतिमा स्थापित की जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Oct 2018 05:43 PM (IST)Updated: Mon, 15 Oct 2018 05:43 PM (IST)
इको फ्रेंडली दुर्गा प्रतिमा से रोकेंगे जल प्रदूषण

जासं, ¨सगरौली : मूर्ति विसर्जन से हो रहे जल प्रदूषण को देखते हुए शिव मंदिर दुर्गापूजा समिति मोरवा द्वारा इस दुर्गोत्सव में मां दुर्गा की इको फ्रेंडली प्रतिमा स्थापित की जा रही है। इसमें प्लास्टर ऑफ पेरिस की जगह मिट्टी और पुआल का इस्तेमाल किया गया है। पश्चिम बंगाल से आये मूर्तिकार 14 फीट की मां दुर्गा की प्रतिमा को अंतिम रूप दे रहे हैं। मूर्ति कलाकारों के द्वारा मां दुर्गा की प्रतिमा को रंग भरकर आकर्षक परिधान और आभूषणों से सजाने का कार्य तेजी से चल रहा है।

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कल से यहां दुर्गापूजा समारोह भव्यता को छूना शुरु कर देगा। पंडालों की बेहतर सजावट के साथ साथ आकर्षक लाइ¨टग की सजावट के लिए शिव मंदिर दुर्गापूजा समिति दिन-रात कार्य कर रही है। मोरवा में दुर्गापूजा समारोह की तैयारी अब अंतिम दौर में हैं। नवरात्र में देवी उपासना के लिए कई जगह आकर्षक पूजा पंडाल तैयार किये जा रहे हैं। पूजा समितियों के लोग और श्रमिक रात दिन एक कर इन पंडालों को तैयार कराने में जुटे हुए हैं। ऊर्जांचल क्षेत्र में ज्यादातर जगहों पर दुर्गा सप्तमी से भव्य पंडाल लगाकर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है। जहां क्षेत्र के लोग देररात तक पूजा पंडालों में मां की आरती एवं उपासना करते हैं। मोरवा में बस स्टैंड समीप स्थित शिव मंदिर प्रांगण, सर्किट हाउस रोड एवं आदि शक्ति बूढ़ी माई के पंडालों में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमाएं आकर्षण का केंद्र रहती है।


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