डीएम ने लिया संज्ञान, हर कार्य का विवरण तलब
सोनभद्र जिले में सौभाग्य योजना के तहत लगने वाले सोलर पॉवर पैक में की गई अनियमितता का मामला प्रकाश में आने पर जिलाधिकारी एस राजलिगम गंभीर हो गए हैं। उन्होंने नेडा विभाग को पत्र लिखकर कहा है कि जो भी कार्य कराए जा रहे हैं उसका विवरण उन्हें उपलब्ध कराया जाए। कौन ठेकेदार काम करा रहा है कितने का काम है किस गांव में कितने को लाभ मिल रहा है इसकी संपूर्ण डिटेल देने के लिए कहा है। मनमानी करने वाले ठेकेदार पर भी कार्रवाई के लिए लिखा है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जिले में सौभाग्य योजना के तहत लगने वाले सोलर पॉवर पैक में की गई अनियमितता का मामला प्रकाश में आने पर जिलाधिकारी एस राजलिगम ने इसे गंभीरता से लिया। उन्होंने नेडा विभाग को पत्र लिखकर कहा है कि जो भी कार्य कराए जा रहे हैं उसका विवरण उन्हें उपलब्ध कराया जाए। कौन ठेकेदार काम करा रहा है, कितने का काम है, किस गांव में कितने को लाभ मिल रहा है इसकी संपूर्ण डिटेल देने के लिए कहा है। मनमानी करने वाले ठेकेदार पर भी कार्रवाई के लिए लिखा है।
बभनी ब्लाक के विभिन्न गांवों में ऐसे लोगों को सोलर पॉवर पैक देने की शिकायत हुई थी जिनके यहां पहले से ही विद्युत के कनेक्शन थे या पास में ही विद्युत तार, ट्रांसफार्मर आदि लगाया गया था। इस मामले को में बीडीओ बभनी ने जांच में पाया किया 32 लोगों के यहां गलत तरीके से पॉवर पैक लगा दिया गया। ऐसे में जिलाधिकारी के निर्देश पर परियोजना अधिकारी नेडा ने बभनी थाने में दो वेंडरों पर एफआइआर करा दिया। जांच में पता चला कि चार हजार से लेकर दस हजार रुपये तक सुविधा शुल्क लेकर गड़बड़ी की गई है। इस खबर को जागरण ने प्रमुखता से लगाया। साथ ही जिले के अन्य इलाकों में भी हो रहे खेल को भी उजागर किया। जिलाधिकारी ने दैनिक जागरण से फोन पर बातचीत में कहा कि मामले को गंभीरता से लेकर जांच कराई गई। साथ ही विभाग को पत्र लिखा गया है कि जो भी कार्य कराए जाएं वह जिला प्रशासन से साझा किया जाए। किस पात्र को मिला, कहां मिला, कौन ठेकेदार काम करा रहा है इसकी संपूर्ण डिटेल दी जाए। साथ ही ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी लिखा है। प्रधान पर कार्रवाई का इंतजार
बभनी मामले में विभाग ने दो वेंडरों पर मुकदमा दर्ज कराकर अपने काम से इतिश्री कर ली, जबकि उसमें अन्य को भी दोषी माना जाना चाहिए था। सूत्रों की मानें तो जांच में पता चला कि प्रधान के माध्यम से पैसा लिया गया। इस तरह से प्रधान पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। अब देखना यह होगा कि विभाग कब कार्रवाई करवाता है।