बकाया मानदेय के लिए बिजली कर्मियों का प्रदर्शन
बकाया मानदेय दिलाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर विद्युत संविदा मजदूर संगठन के बैनर तले विद्युत कर्मियों ने सोमवार को राबर्ट्सगंज स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए शीघ्र ही मांगे पूरी न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष भोला सिंह कुशवाहा ने कहा कि संविदा कर्मचारियों का कई महीने से बकाया मानदेय नहीं मिल रहा है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : बकाया मानदेय दिलाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर विद्युत संविदा मजदूर संगठन के बैनर तले विद्युत कर्मियों ने सोमवार को राबर्ट्सगंज स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए शीघ्र ही मांगें पूरी न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष भोला सिंह कुशवाहा ने कहा कि संविदा कर्मचारियों का कई महीने से बकाया मानदेय नहीं मिल रहा है। संविदा कर्मी अपने जान पर खेलते हुए बिजली की खराबी आने पर उसको सही कराते हैं लेकिन, मानदेय न मिलने से उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जब भी संविदा कर्मी अपने मानदेय की मांग करते हैं तो उन्हें सिर्फ ठेकेदार की तरफ से आश्वासन दिया जाता है। संगठन के जिलाध्यक्ष कमला तिवारी ने कहा कि संविदा कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। काम कराने के बाद भी मानदेय के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। इसकी शिकायत कई बार संबंधित अधिकारियों से की जा चुकी है लेकिन, उसके बाद भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। इससे कर्मचारियों को भुखमरी की समस्या झेलनी पड़ रही है। कहा कि अगर शीघ्र ही कर्मचारियों के मानदेय का भुगतान नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इसमें दीना त्रिपाठी, सुरेश चन्द्र, मोहन, संजय गुप्ता, कृष्ण कुमार यादव, भोला पाल, रामलाल आदि संविदा कर्मचारी मौजूद रहे। वाचरों का चार माह से नहीं मिला मानदेय
गोविन्दपुर : वन प्रभाग रेनुकूट के बघाडू, दुद्धी, विढमगंज, म्योरपुर, जरहां, बभनी, पिपरी, अनपरा वन रेंज क्षेत्रों में तैनात प्लांटेशन कार्य करने वाले वाचरों को पिछले चार माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इससे उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नाम न छापने की शर्त पर वाचरों ने बताया कि हम लोगों को पिछले चार माह से वन विभाग ने पैसे नहीं दिए है। इससे हम लोगों को स्कूल में बच्चों की फीस, दुकानों से लिए खाद्य पदार्थ, सब उधार लेकर काम चलाना पड़ रहा है। अब तो दुकानदार भी उधार देने से मना कर रहे हैं। वाचारों ने प्रभागीय वनाधिकारी रेनुकूट का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए मानदेय भुगतान कराए जाने की मांग की।