ज्ञापन देकर पेंशन विसंगतियों को दूर करने की मांग
जागरण संवाददाता सोनभद्र पेंशन विसंगतियों को दूर करने सहित 22 सूत्रीय मांगों को लेकर पेंशन।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : पेंशन विसंगतियों को दूर करने सहित 22 सूत्रीय मांगों को लेकर पेंशनरों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को ज्ञापन दिया। कहा कि पेंशनर्स से संबंधित लेन-देन के अतिरिक्त और कोई कार्य ट्रेजरी की बजाय बैंक को न सौंपा जाए।
सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सूरजबली सिंह ने कहा कि अंशदायी पेंशन व्यवस्था स्वनिवेशित धन वापसी योजना है। इसे समाप्त कर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए। एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त कर्मचारियों के लिए पारिवारिक पेंशन का विकल्प दिए जाने पर उनके द्वारा टियर-1 खाते में जमा धनराशि सरकार जब्त कर लेती है। इस राशि को मृतक आश्रित को वापस किया जाए। पेंशनर्स के राशिकृत के मूल धन की वापसी आठ वर्ष तीन माह में पूरी हो जा रही है कितु कटौती 15 वर्ष तक की जाती है। यह सरासर गलत है। दस वर्ष के बाद राशिकृत पेंशन बहाल कर दी जाए। भारत सरकार व राज्य सरकार के अनेक वेतनमानों में विसंगतियां होने के कारण 2008 के बाद संशोधन किए गए हैं। उन संशोधनों को सेवाननिवृत्तों के पेंशन निर्धारण के लिए लागू किया जाए। ज्ञापन देने वालों में अवधेश सिंह, सुरेश कुमार, ईश्वर प्रसाद, छत्रमणि देव पांडेय, शिव गणेश आदि शामिल थे।