उल्लास व उमंग के साथ मना दीपावली का त्योहार
दीपावली का त्योहार रविवार को जनपद में उल्लास व उमंग के साथ मनाया गया। त्योहार को लेकर चहुंओर खुशी का माहौल रहा। शाम होते ही सोनांचल का हर कोना दुधिया रोशनी से जगमगा उठा। त्योहार को लेकर पुलिस भी सक्रिय दिखाई दे रही थी। दीपावली के एक सप्ताह पूर्व से ही लोगों द्वारा घरों के रंगरोगन के साथ ही विद्युत झालरों से सजाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया था। दीपावली पर उनका यह प्रयास पूरी तरह परवान चढ़ता नजर आया। जिला मुख्यालय राबर्ट्सगंज में
जागरण संवाददाता, दीपावली का त्योहार रविवार को जनपद में उल्लास व उमंग के साथ मनाया गया। त्योहार को लेकर चहुंओर खुशी का माहौल रहा। शाम होते ही सोनांचल का हर कोना दुधिया रोशनी से जगमगा उठा। त्योहार को लेकर पुलिस भी सक्रिय दिखाई दे रही थी। दीपावली के एक सप्ताह पूर्व से ही लोगों द्वारा घरों के रंगरोगन के साथ ही विद्युत झालरों से सजाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया था। दीपावली पर उनका यह प्रयास पूरी तरह परवान चढ़ता नजर आया।
जिला मुख्यालय राबर्ट्सगंज में शाम को मानो स्वर्ग की इंद्रधनुषी आभा जमीन पर उतर आई हो। एक से एक बढ़कर एक विद्युत झालरों के दुधिया रोशनी से सजाए गए मकान शहर की शोभा में चार चांद लगा रहे थे। इसके मध्य में दीपों की सजावट आभा को और बढ़ाती नजर आई। आवासों के साथ कई स्थानों पर महत्वपूर्ण शहरों व मंदिरों को भी आकर्षक ढंग से सजाया गया था। घरों में भक्तिभाव से भगवान गणेश व मां लक्ष्मी की पूजा की गई। शाम होते ही छोटे-बड़े सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों में पूजा-पाठ का दौर चलता रहा। इस बीच पर्व की ग्रामीणों इलाकों में भी जबर्दस्त धूम रही। श्री महालक्ष्मी पूजन व दीपावली का पर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या में प्रदोष काल, स्थिर लग्न समय में मनाया जाता है। इस दिन लोग धन की देवी महालक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए लक्ष्मी पूजन करते हैं। दीपावली के दिन की विशेषता लक्ष्मी जी के पूजन से संबंधित है। इस दिन हर घर, परिवार, कार्यालय में लक्ष्मी जी के पूजन के रूप में उनका स्वागत किया जाता है। लोग धन की देवी लक्ष्मी से समृद्धि व वित्तकोष की कामना करते हैं। पर्व को लेकर बाजार में चहल पहल दिखाई दे रही थी। दीप जलाकर मिटाया अंधियारा
दीपावली के दिन शाम होते ही ज्योति के पर्व का उल्लास व उत्साह लोगों के सिर चढ़कर बोलने लगा। लोगों के घरों से लेकर व्यापारिक प्रतिष्ठानों तक पर रंग-बिरंगे झालर व मिट्टी के दीए जगमगा उठे। इस दौरान उजियारा फैलते ही चारों ओर अंधियारा मिट गया। फूल व मिठाई की दुकान पर रही भीड़
दीपावली पर्व पर भगवान गणेश व लक्ष्मी की पूजा के लिए फूलों की दुकानों पर भीड़ रही। सबसे अधिक कमल के फूल की डिमांड रही। दुकानदार भी मौका देखकर 80 से 100 रुपये जोड़ा कमल के फूल को बेचे। चूंकि लक्ष्मी जी की पूजा कमल के फूल से ही होती है। वहीं माला गेंदा का माला 40 से 50 रुपये तक बिका। इसके अलावा मिठाई की दुकानों पर लोग मिष्ठान खरीदते रहे। कई दुकानों पर मिठाई खत्म हो गई। लोगों ने एक दूसरे को मिठाई संग सूखे मेवे आदि तोहफे में दिए।
प्रकाश पर्व पर हुई आतिशबाजी
प्रकाश पर्व दीपावली पर रविवार को लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। शाम होते हुए संपूर्ण वातावरण पटाखों के धूम-धड़ाके से गुंजायमान हो उठा। वहीं आतिशबाजी को लेकर न्यायालय के आदेश के अनुपालन में पुलिस सुबह से ही चौकस नजर आई। प्रकाश पर्व पर पटाखों का शोर व फूलझड़ियों की जगमगाहट न हो तो पर्व का उल्लास फीका रहता है। इस वर्ष भी माहौल अपेक्षा के अनुरूप रहा। वैसे तो चार दिन पहले से ही बच्चों द्वारा आतिशबाजी प्रारंभ कर दी गई थी, कितु दीपावली को आतिशबाजी का उमंग देखते ही बना। संपूर्ण वातावरण जहां पटाखों से शोर से गूंज रहा था वहीं पूरा आकाश रंग-बिरंगी रोशनी से मानो चहक रहा था।