अवैध खनन मामले में मनरूटोला पहुंचे एनटी व पुलिस में बहस
टोला स्थित श्मशान घाट के पास अवैध खनन की शिकायत पर गुरुवार को राजस्व खनन व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। नायब तहसीलदार सूर्यबली मौर्या के नेतृत्व में पहुंची टीम ने खनन स्थल का मौका मुआयना किया। स्थलीय जांच के दौरान बढ़े पैमाने पर खनन के सबूत मिले लेकिन अधिकारि
जागरण संवाददाता, सांगोबांध (सोनभद्र) : म्योरपुर ब्लाक के छत्तीसगढ़ सीमा से सटे मनरुटोला स्थित श्मशान घाट के पास अवैध खनन की शिकायत पर गुरुवार को राजस्व, खनन व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। इसी दौरान नायब तहसीलदार (एनटी) सूर्यबली मौर्या और बभनी एसएचओ के बीच ग्रामीणों का बयान लेते वक्त तीखी बहस हो गई। स्थलीय जांच के दौरान बढ़े पैमाने पर खनन के सबूत मिले, लेकिन अधिकारियों की आने की सूचना मिलने के कारण अवैध खननकर्ता मशीन व अन्य सामग्री लेकर मौके से गायब हो गए।
दरअसल, नायब तहसीलदार सूर्यबली मौर्या के नेतृत्व में पहुंची टीम ने खनन स्थल का मौका मुआयना किया। ग्रामीणों ने बताया कि बभनी पुलिस ग्रामीणों का बयान लेने से मना कर रही थी। इसको लेकर नायब तहसीलदार भड़क गए। तहसीलदार ने इसके बाद ग्रामीणों से अलग-अलग बात कर जानकारी एकत्रित की। नायब तहसीलदार ने बताया कि कुछ मुद्दों को लेकर बहस हुई थी, लेकिन बाद में सब कुछ साफ हो गया। वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण अवध नारायण, राकेश, देवलाल, सतीश, रामपति आदि ने टीम को बताया कि खनन माफिया रात में असलाधारी गुर्गों को लेकर रात दस बजे पांगन नदी में पोकलेन उतरते है। यह अगली सुबह तक जारी रहता है। अवैध बालू का भंडारण छत्तीसगढ़ सीमा में किया जाता है। जांच टीम में खनन विभाग के सर्वेयर संतोष पाल भी रहे। नायब तहसीलदार की सूचना एआरटीओ पीएस राय गुरुवार शाम को पोंगा तिराहा पहुंचे, जहां छह अवैध बालू लदे ट्रकों के टायर की हवा निकलवाई। इसके बाद सभी का चालान कर दिया।