संक्रमण काल में टीबी के मरीज ज्यादा बरतें सावधानी
कोरोना के दौर में टीबी के रोगियों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। विशेषकर उन मरीजों को जो पहले से ही फेफड़ों की समस्या से जूझ रहे हैं। टीबी से रोग प्रतिरोधक क्षमता वैसे ही कम हो जाती है। जनपद में वर्तमान में 2864 टीबी रोगियों का उपचार चल रहा है। यह बातें जिला क्षय रोग अधिकारी डा. बीके अग्रवाल ने कही।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : कोरोना के दौर में टीबी के रोगियों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। विशेषकर उन मरीजों को जो पहले से ही फेफड़ों की समस्या से जूझ रहे हैं। टीबी से रोग प्रतिरोधक क्षमता वैसे ही कम हो जाती है। जनपद में वर्तमान में 2864 टीबी रोगियों का उपचार चल रहा है। यह बातें जिला क्षय रोग अधिकारी डा. बीके अग्रवाल ने कही।
डा. अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को अपना शिकार बना रहा है। इसलिए टीबी मरीजों में संक्रमण का खतरा अन्य मरीजों से कई गुना ज्यादा होता है। टीबी ग्रसित मरीज बहुत आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकलें, मास्क और शारीरिक दूरी का पालन करें। किसी भी संक्रमण को रोकने के लिए मास्क का उपयोग बहुत जरूरी होता है। अन्य जनपद अथवा अन्य किसी राज्य के टीबी मरीज जो कोरोना काल में सोनभद्र में किसी कारण से फंसे हुए हैं उन्हें दवा व इलाज की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।