रूतबा दिखाने वाले लोगों पर आयोग की कड़ी नजर
इस बार चुनाव में रूतबा दिखाने वालों की खैर नहीं है। गाड़ियों पर बढ़ा सा पदनाम और झंडा हूटर के साथ निकलने वाले माननीय अब मतगणना तक रुतबा नहीं दिखा सकेंगे। आचार संहिता के चलते उनको गाड़ी पर लगे झंडा और हूटर यहां तक की अपने नाम की प्लेट तक हटवानी पड़ेगी। ऐसा न करने पर आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा और बीच सड़क पर उनका वाहन सीज किया जाएगा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी को आचार संहिता संबं
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : इस बार के चुनाव में रूतबा दिखाने वालों की खैर नहीं है। गाड़ियों पर बढ़ा सा पदनाम, झंडा, हूटर के साथ निकलने वाले माननीय अब मतगणना तक रूतबा नहीं दिखा सकेंगे। आचार संहिता के चलते उन्हें गाड़ी पर लगे झंडे और हूटर यहां तक की अपने नाम की प्लेट तक हटवानी पड़ेगी। ऐसा न करने पर आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा और बीच सड़क पर उनका वाहन सीज किया जाएगा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी को आचार संहिता संबंधी कानून को सही से लागू करने के निर्देश जारी किया है। उनके निर्देश के बाद चेकिग अभियान भी तेज कर दिया गया है। नियमों के पालन में जुटा प्रशासनिक अमला
प्रशासनिक अमला भी पूरी तैयारियों के साथ नियमों का पालन कराने में जुटा हुआ है। आचार संहिता लगते ही एक्शन में आए पुलिस प्रशासन ने जहां चेकिग अभियान तेज किया है तो प्रशासन भी होर्डिंग्स, बैनर के खिलाफ अभियान छेड़ चुका है। अब तक जिले भर में अधिकांश स्थानों से होर्डिंग्स, बैनर हटवा दिए गए हैं। इसके साथ ही अब वाहनों पर आयोग का चाबुक चल रहा है। वह वाहन चेक किए जा रहे हैं, जिन पर सियासी लोगों ने अपने पदनाम के साथ-साथ झंडा बैनर लगा लिए हैं। हूटर के साथ-साथ पदनाम, राजनीतिक पार्टियों के झंडे वाहनों से उतरवाए जा रहे हैं। आयोग की सख्ती के कारण कुछ लोगों ने खुद ही अपनी गाड़ियों पर लिखे पदनाम व हूटर उतारकर रख लिए हैं। अब वह मतगणना तक झंडा, हूटर और पदनाम नहीं लिख पाएंगे।
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उड़न दस्ता : 12
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