21 आंगनबाड़ी केंद्र, 992 आवास पूरा न होने पर कमिश्नर नाराज
जागरण संवाददाता सोनभद्र विध्याचल मंडल के आयुक्त योगेश्वर राम मिश्रा ने शुक्रवार को कलेक्ट्रे
जागरण संवाददाता, सोनभद्र: विध्याचल मंडल के आयुक्त योगेश्वर राम मिश्रा ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने 21 आंगनबाड़ी केंद्रों और 992 प्रधानमंत्री शहरी आवास पूर्ण न होने पर नाराजगी जताई। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को चेताया कि 30 दिसंबर तक सड़कों के निर्माण और मरम्मत का कार्य हर हाल में पूर्ण कर लिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने मनरेगा से माडल के रूप में पांच किमी नहरों के सिल्ट सफाई का निर्देश दिया। कमिश्नर ने समीक्षा में पाया कि बेसिक शिक्षा विभाग का विद्युत बिल का भुगतान सबसे अधिक बाकी है। इस पर उन्होंने डीपीआरओ को निर्देशित किया कि वह ग्राम पंचायतों के माध्यम से विद्युत बकाये की धनराशि जमा कराएं। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से जनपद में अभी तक निराश्रित गोवंशों को संरक्षित किए जाने के संबंध में जानकारी ली तो, उनके द्वारा बताया गया कि 106 निराश्रित गोवंशों को संरक्षित किया जाना शेष है, जिसे मण्डलायुक्त ने शीघ्र ही निस्तारण के लिए निर्देशित किया। आयुक्त ने कहा कि आपरेशन कायाकल्प के तहत 10 भवनों का कायाकल्प बाकी है, जिसे शीघ्र पूर्ण किया जाए। उन्होंने डीएम से कहा कि जिले में अवैध तरीके से हो रहे परिवहन पर रोक लगाने के लिए टीम का गठन कर प्रभावी कार्रवाई करें। मंडलायुक्त ने बैठक के दौरान उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासन की विकास प्राथमिकता वाले जो भी कार्यक्रम हैं, उन्हें शीघ्र पूरा किया जाए। लंबित निर्माण जल्द पूर्ण किया जाए और जो अभी प्रारंभ नहीं है, उसे शीघ्र किया जाए। इस मौके पर अपर आयुक्त विध्याचल मंडल मीरजापुर सुरेश चंद्र मिश्र, सीएमओ, पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह, सीडीओ डा. अमिल पाल शर्मा, एडीएम राकेश सिंह आदि मौजूद रहे। मंडलायुक्त ने सदर तहसील का किया औचक निरीक्षण
जागरण संवाददाता, सोनभद्र: मंडलायुक्त विध्याचल मंडल मीरजापुर ने शुक्रवार को सदर तहसील का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अमल दरामद की प्रक्रिया का अवलोकन किया। उन्होंने एसडीएम सदर को निर्देशित करते हुए कहा कि अमल दरामद की प्रक्रिया क्रमबद्ध तरीके से सुनिश्चित की जाए। इस तरह की प्रक्रिया न अपनाई जाए की रजिस्ट्री का कार्य पहले हुआ हो और उस व्यक्ति की अमल दरामद की प्रक्रिया बाद में हो। इस तरह की कार्यवाही कदापि न की जाए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया की मुकदमों का निस्तारण निष्पक्ष व पारदर्शिता के साथ शीघ्र किया जाए, जिससे पीड़ित व्यक्ति को समय से न्याय मिल सके। उन्होंने निरीक्षण के दौरान रिकार्ड रूम का भी निरीक्षण किया। उसमें रखे गए ग्राम करही के बस्ते का निरीक्षण किया तो उसमें सूची नहीं रखी गयी थी, जिस पर उन्होंने एसडीएम को निर्देशित किया कि बस्ते में सूची अनिवार्य रूप से रखी जाए। उन्होनें निर्वाचन कक्ष का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया पूर्ण पारदर्शिता के साथ सुनिश्चित की जाए और यह भी देखा जाए कि किसी भी व्यक्ति का गलत तरीके से मतदाता सूची से न कटने पाए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी टीके शिबु, सीडीओ डा. अमित पाल शर्मा, एडीएम राकेश सिंह, एसडीएम सदर राजेश कुमार सिंह उपस्थित रहे।