घर से बुलाकर युवक को लाठी से पीटा, मौत
राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के उरमौरा गांव में शनिवार की देर शाम को एक युवक को चार-पांच लोगों ने बाहर बुलाया और घर से निकलते ही लाठी डंडे व लोहे के राड से पीटना शुरू कर दिया। इससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। परिवार के लोग जिला अस्पताल ले गए जहां से प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी मिल गई। घर लाने के घंटे भर बाद ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में मृतक के पिता की तहरीर पर एक नामजद व पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के उरमौरा गांव में शनिवार की देर शाम एक युवक को चार-पांच लोगों ने घर से बाहर बुलाया और लाठी, डंडे व लोहे के राड से पीटना शुरू कर दिया। इससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। परिवार के लोग जिला अस्पताल ले गए जहां से प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी मिल गई। घर लाने के घंटे भर बाद ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में मृतक के पिता की तहरीर पर एक नामजद व पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कोतवाली क्षेत्र के पीथा गांव निवासी उमाकांत मिश्र का मकान उरमौरा में भी है वहीं पर वह परिवार के साथ रहते हैं। पिता उमाकांत ने बताया कि शनिवार की शाम करीब सात बजे पुसौली गांव निवासी विष्णु, उसका भाई व कुछ अन्य लोग आए और बाहर से ही पुत्र आशुतोष कुमार मिश्र (34) को बाहर बुलाया। जैसे ही आशुतोष बाहर निकले लोग लाठी-डंडे व राड से पीटना शुरू कर दिए। आवाज सुनकर परिवार के लोग बाहर निकले लेकिन तब तक सभी आरोपित फरार हो गए। आनन-फानन में आशुतोष को एक निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां डाक्टर नहीं थे इसलिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां डाक्टरों ने सिर में लगी चोट पर मरहम-पट्टी करके छोड़ दिया। कहा कि अब ठीक हैं। उसे रात करीब दस बजे घर लाया गया। एक घंटे के बाद ही उसकी हालत बिगड़ने लगी और जब तक अस्पताल ले जाते तब तक मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक उमाकांत की तहरीर पर विष्णु व पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार तिवारी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश की जा रही है। मारपीट क्यों हुई इसकी भी जांच हो रही है। डाक्टर गंभीरता दिखाते तो बच सकती थी जान
आशुतोष कुमार मिश्रा का इलाज करने के दौरान अगर जिला अस्पताल के चिकित्सक गंभीरता दिखाते तो शायद उसकी जान बच सकती थी। पोस्टमार्टम हाउस पर मृतक के पिता उमाकांत ने बताया कि जिला अस्पताल में अनुरोध किया गया अगर ज्यादा चोट हो तो रेफर कर दीजिए। ट्रामा सेंटर ले जाएंगे, लेकिन हल्का चोट मानते हुए थोड़ा इलाज करके छोड़ दिया गया। घर लाने के कुछ ही देर के बाद उसकी हालत बिगड़ी और मौत हो गई।