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दो साल में विढमगंज-मुर्धवा मार्ग हो गया बदहाल

रीवां-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग का 66 किमी का सफर तय करना किसी जंग जीतने से कम नहीं है। हम उसी मार्ग की बात कह रहे है जिस मार्ग पर महज बीस किमी सफर तय करके दुद्धी तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Oct 2019 07:35 PM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 09:16 PM (IST)
दो साल में विढमगंज-मुर्धवा मार्ग हो गया बदहाल

जागरण संवाददाता, दुद्धी (सोनभद्र) : रीवां-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग का 66 किमी का सफर तय करना किसी जंग जीतने से कम नहीं है। हम उसी मार्ग की बात कह रहे हैं, जिस मार्ग पर महज 20 किमी सफर तय करके दुद्धी तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस की सुनवाई करने पहुंचे जिलाधिकारी एस राजलिगम ने संबंधित अधिशासी अभियंता को न सिर्फ तलब किया, बल्कि तत्काल दुद्धी-हाथीनाला मार्ग को गढ्डामुक्त करने का निर्देश भी दिया था।

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यह हाईवे झारखंड, बिहार, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल के साथ ही उत्तर प्रदेश के जरिये दिल्ली, मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र राज्य को जोड़ती है। इस रूट पर प्रतिदिन सैकड़ों मालवाहक वाहनों के साथ ही अन्य वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। विढमगंज से यूपी सीमा में शुरू होने वाली यह हाइईवे पिपरी तक की 66 किमी की दूरी तय कराती है। काफी हो हंगामा के बाद करीब सात वर्ष पूर्व सवा करोड़ रुपये प्रति किमी की लागत से निर्मित होने वाली सड़क को निर्माण के बाद से उसके हाल पर छोड़ दिया गया। आलम यह है कि इस अत्यधिक व्यस्त मार्ग पर बने हजारों बड़े-बड़े गड्ढे को संबंधित महकमें द्वारा एन-केन प्रकारेण भरने का सिलसिला कभी खत्म नहीं होता। अक्सर इस मार्ग पर बने गड्ढों के कारण मालवाहक खराब होकर बीच सड़क पर पड़े रहते है। जिसके वजह से दुर्घटना होने के साथ ही उस पर लदे सामानों के चोरी होने की घटनाएं भी घटित होती रहती है। संबंधित महकमा बजट न होने का रोना रोते रहता है। विढमगंज से हाथीनाला एवं मुर्धवा तक की यात्रा करना किसी जंग जीतने से कम नहीं है। इस सड़क पर बने गड्ढे दो एवं चार पहिया वाहन चालकों के लिए मुसीबत का सबब बन रही है। इसे यदि संबंधित महकमा शीघ्र दुरुस्त नहीं कराया तो यह किसी बड़े हादसे की सबब बन जायेगी।

- कन्हैया लाल अग्रहरि। क्षतिग्रस्त सड़क अब हादसों का मार्ग बन चुका है। प्राय: सड़क पर बने गड्ढों की वजह से विशेषकर दो पहिया चलाने वाले लोग दुर्घटना के शिकार होकर अपना हाथ-पांव तोड़वा कर महीनों घर बैठ जाते है। जिससे उनका कामधाम भी बाधित होता है।

- सुरेंद्र कुमार गुप्ता। इस सड़क ने मंदी के दौर में भारी वाहन स्वामियों की कमर तोड़ दी है। आये दिन मार्ग पर बने गड्ढों की वजह से कोई न कोई मालवाहक वाहन खराब होकर सड़क पर खड़ी हो जाती है। क्षतिग्रस्त मार्ग की वजह से वाहन के टायर भी खराब हो जा रहे है।

- दिनेश कुमार। खराब सड़क की वजह से तहसील मुख्यालय आने वाले वादकारियों एवं अन्य लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। क्षतिग्रस्त सड़क पर यात्रा कर किसी तरह सुरक्षित पहुंचने के बाद लोगों को सामान्य होने में घंटों समय लग जाता है।

- वीरेंद्र कुमार चौरसिया।


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