कवि सम्मेलन में श्रोताओं ने जमकर उठाया लुत्फ
हिन्दी विकास समिति के तत्वावधान में अनपरा परियोजना ऑडिटोरियम में शनिवार की शाम अखिल भारतीय कवि सम्मलेन का आयोजन किया गया।
जासं, अनपरा (सोनभद्र) : ¨हदी विकास समिति के तत्वावधान में अनपरा परियोजना ऑडिटोरियम में शनिवार की शाम अखिल भारतीय कवि सम्मलेन का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि राज्यसभा सदस्य रामसकल व परियोजना प्रमुख इं. अखिलेश ¨सह द्वारा मां सरस्वती का पूजन व द्वीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। गोरखपुर के कवि मनमोहन मिश्र ने सरस्वती वंदना होई जइहें जग उजियार मैया शारदा से किया। गाजीपुर के कवि हर नारायण हरिश ने महाभारत में कर्ण के प्रसंग पर जन्मदाता कौन है मेरा उसे पहचानते हो पर श्रोताओं ने खूब सराहा। हास्य व्यंग के कवि केके अग्निहोत्री ने जमकर समां बाधा।
राष्ट्रवाद के कवि अजय अंजाम ने जिस दिन ¨हदुस्तान का जवान जागेगा, काश्मीर का जर्रा-जर्रा बंदेमातरम बोलेगा की रोचक प्रस्तुति की। कवि शैलेन्द्र मधुर ने श्रृंगार रस की कविता चंचल नदी के किनारे की प्रस्तुति कर लोगों को मंत्रमुग्ध किया। कवि लक्ष्मण नेपाली ने श्रोताओं को खूब लोट-पॉट किया। कवियित्री पूनम श्रीवास्तव ने भोजपुरी गीत उठ जा तू सजाना होई गईले भोरवा, देखतानि अंगना अजोर होई गईलें को श्रोताओं ने खूब सराहा। स्थानीय कवि परियोजना के अभियन्ता जय नारायण गौतम व एलबी यादव ने अपनी रचनाओं से सबका दिल जीता। मंच पर अध्यक्ष की भूमिका द परियोजना के महाप्रबंधक चंडी प्रसाद मिश्र ने निभाई। कवि सम्मेलन का संचालन राष्ट्रीय कवि कमलेश राजहंश ने किया। सम्मेलन में अनपरा, बीना, ककरी, रेणुसागर के तताम श्रोतागण समेत परियोजना के महाप्रबंधक आरपी ¨सह, रवि प्रकाश, सीआइएसएफ कमांडेंट मनीष कुमार राय, अखिलेश त्रिपाठी, देवेन्द्र शुक्ल, विक्रमादित्य द्विवेदी, हरिशंकर चौधरी, आलोक सिन्हा, केके पांडेय, भूपेंद्र पाठक, अजय प्रताप ¨सह, अजय द्विवेदी व मयंक मांगलिक आदि उपस्थित रहे।