हत्या के आरोपितों की गिरफ्तारी को सड़क जाम
नगर पंचायत रेणुकूट के चेयरमैन शिव प्रताप सिंह उर्फ बबलू सिंह की हत्या के आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर बुधवार की सुबह ही उनके समर्थकों ने उनके आवास के सामने ही सड़क जाम कर दिया। पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी किया और कहा कि जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक दाह संस्कार नहीं करेंगे।
जागरण संवाददाता, रेणुकूट (सोनभद्र) : नगर पंचायत रेणुकूट के चेयरमैन शिव प्रताप सिंह उर्फ बबलू सिंह की हत्या के आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर बुधवार की सुबह ही उनके समर्थकों ने उनके आवास के सामने ही सड़क जाम कर दिया। पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक दाह संस्कार नहीं करेंगे। करीब पांच घंटे के जाम की वजह से रेणुकूट बाजार के दोनों तरफ करीब पांच किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गई। जानकारी मिलने पर पहुंचे जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने परिजनों व समर्थकों को समझाकर माहौल को शांत कराया तब जाकर जाम समाप्त हुआ।
सोमवार की रात करीब दस बजे बदमाशों ने गोली मारकर चेयरमैन शिव प्रताप सिंह को गोली मार दिया था। उन्हें गंभीर स्थिति में वाराणसी ले जाया गया जहां, इलाज के दौरान रात ढाई बजे मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार की रात करीब दस बजे जब शव रेणुकूट पहुंचा तो उनके समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी। गमगीन माहौल में रात भर उनके आवास के बाहर भीड़ लगी रही। सुबह होते ही करीब सवा सात बजे समर्थकों ने वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग को जाम कर दिया। जब थाना प्रभारी, सीओ आदि ने जाम न करने के लिए कहा तो पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करना शुरू कर दिए। समर्थकों का कहना था कि पुलिस ने छह घंटे में ही आरोपितों को पकड़ने के लिए कहा था, लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई। गिरफ्तारी के बाद ही दाह संस्कार करेंगे। माहौल बिगड़ता देख पहुंचे जिलाधिकारी एस राजलिगम व पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने सभी को समझाया। कहा कि हत्या के मामले में कई को उठाया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। जो लोग भी इसमें शामिल हैं उनतक पहुंचने और गिरफ्तार करने के लिए टीम लगी हुई है। शीघ्र सभी की गिरफ्तारी हो जाएगी। साथ ही उनके परिवार को हर संभव मदद की जाएगी। करीब साढ़े 12 बजे जाम समाप्त हुआ। परिजनों ने अधिकारियों से की बातचीत
रेणुकूट नगर पंचायत चेयरमैन शिव प्रताप सिंह उर्फ बबलू की हत्या के बाद गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क जाम करने वाले समर्थकों को समझाने पहुंचे जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने उनके परिवार के लोगों से बात की। दोनों अधिकारियों ने परिवार के सदस्यों को अलग बुलाकर एक कक्ष में करीब आधे घंटे तक बात किया। इस दौरान हत्या के कारणों को जानने की कोशिश करते हुए कहां-कहां परिवार का शक है इसको लेकर भी चर्चाएं हुईं। परिवार के लोगों को अधिकारियों ने आश्वस्त किया किया कि शीघ्र ही गिरफ्तारी होगी। शव पहुंचते ही उमड़ा जनसैलाब
सोमवार की रात करीब दस बजे गोली मारी गई। चेयरमैन को पास के हिडाल्को अस्पताल ले जाया गया, वहां प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया। वहां ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान रात करीब ढाई बजे मौत हो गई। मंगलवार को दिन में पोस्टमार्टम हुआ और वहां से शव रेणुकूट पहुंचते-पहुंचते रात के करीब दस बज गए। शव आने की सूचना जैसे ही नगर के लोगों को मिली वह अपने चहेते चेयरमैन का अंतिम दर्शन करने के लिए आवास पर पहुंच गए। शव पहुंचते ही जनसैलाब उमड़ पड़ा। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि पुलिस को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई थानों की पुलिस, पीएसी लगानी पड़ी। पूरी रात समर्थकों की भीड़ जमी रही।