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बिजली की मांग बढ़ते ही चालू हुई सभी इकाइयां

कुछ दिनों तक बिजली की मांग में कमी के बाद एक बार फिर से प्रदेश में बिजली की मांग तेज होने लगी है। इससे अनपरा सहित तमाम बिजली उत्पादन गृहों से पूरी क्षमता से उत्पादन शुरू कर दिया गया है। बारिश बंद होने के बाद मौसम में आए बदलाव के साथ बिजली की मांग में भी बढ़ोतरी होने लगी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 04:50 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 04:50 PM (IST)
बिजली की मांग बढ़ते ही चालू हुई सभी इकाइयां
बिजली की मांग बढ़ते ही चालू हुई सभी इकाइयां

जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : कुछ दिनों तक बिजली की मांग में कमी के बाद एक बार फिर से प्रदेश में बिजली की मांग तेज होने लगी है। इससे अनपरा सहित तमाम बिजली उत्पादन गृहों से पूरी क्षमता से बिजली शुरू कर दिया गया है। बारिश बंद होने के बाद मौसम में आये बदलाव के साथ ही बिजली की मांग में भी बढ़ोतरी होने लगी है। मंगलवार को दोपहर दो बजे ही प्रदेश में बिजली की मांग 15000 मेगावाट तक पहुंच गई, जिसे देखते हुए उत्पादन निगम द्वारा सभी बिजली घरों से हो रही थर्मल बै¨कग को बंद करा दिया गया और सभी यूनिटों से पूरी क्षमता से उत्पादन किया जाने लगा।

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मौसम में परिवर्तन के कारण प्रदेश में बिजली की मांग का आंकड़ा दिन में ही 15000 मेगावाट के करीब पहुंच गया। पीकआवर में इसके और बढ़ने की उम्मीद है। एक सप्ताह तक चली थर्मल बै¨कग के बाद अनपरा की तीनों इकाइयों से भी पूरी क्षमता के अनुसार उत्पादन जारी है। ऐसे में अनपरा-ए से 510 मेगावाट, अनपरा-बी से 887 मेगावाट और अनपरा-डी से 980 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है जबकि अनपरा-सी यानि लैंको से कोयले की कमी के बावजूद 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। मंगलवार की दोपहर तक प्रदेश के लगभग सभी बिजली उत्पादन केंद्रों से लगभग पूर्ण क्षमता के साथ उत्पादन किया जा रहा था। इसमें सबसे ज्यादा योगदान इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसरों (आइपीपी) का है। आइपीपी के तहत प्रदेश में 5000 मेगावाट बिजली बनाई जा रही है। वहीं प्रदेश सरकार की तापीय परियोजनाओं से 4100 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया गया, जबकि हाइड्रो प्रोजेक्ट के तहत 412 मेगावाट बिजली बनाई जा रही थी, जबकि सोलर प्रोजेक्ट के तहत 124 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के मुताबिक मंगलवार को दो बजे बिजली की मांग 14,969 मेगावाट तक पहुंच गई। संबंधित अधिकारियों का कहना है कि अगर मौसम इसी तरह रहा तो बिजली की मांग और बढ़ेगी। सातवीं इकाई हुई ¨सक्रोनाइज

शुक्रवार को तड़के ब्वायलर ट्यूब में लीकेज के कारण बंद की गई अनपरा की सातवीं इकाई को मंगलवार को चालू कर लिया गया। मंगलवार को तड़के इस इकाई से पूरी क्षमता से उत्पादन शुरू कर लिया गया है। बता दें कि अनपरा-डी की पहली और दूसरी इकाइयों में लगातार तकनीकी खामी आई और पहली इकाई के ठीक होने के तुरंत बाद ही दूसरी इकाई के ब्वायलर ट्यूब में लीकेज हो गया। हालांकि अब सभी इकाइयों को लाइट अप करके ¨सक्रोनाइज कर लिया गया है।


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