परिजनों को मिले 50 लाख का मुआवजा
बिल्ली मारकुंडी में हो रहे खनन में मजदूरों की मौत की घटना की जांच के लिए रविवार को मजदूर किसान मंच और ठेका मजदूर यूनियन की टीम ने दौरा किया।
जासं, ओबरा (सोनभद्र) : बिल्ली-मारकुंडी में श्रमिकों की मौत की घटना की जांच के लिए रविवार को मजदूर किसान मंच और ठेका मजदूर यूनियन की टीम पहुंची। टीम ने सरकार से तत्काल खनन में मृत श्रमिकों के परिवारीजनों को 50 लाख, घायलों को पांच लाख मुआवजा देने व इसकी न्यायिक जांच कराने समेत दोषी अधिकारियों को दंडित करने की मांग की। टीम ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही के कारण मजदूरों को जान गंवानी पड़ी है। और दो श्रमिक घायल हैं। टीम ने पाया कि आवासीय बस्ती के पास खनन हो रहा था। बार-बार इस खनन पर आपत्ति करने के बावजूद इस पर रोक नहीं लगाई गई। टीम ने देखा कि खनन क्षेत्र में किसी भी खनन श्रमिकों का पंजीकरण नहीं है, जिससे दुर्घटना का मुआवजा मिल सके। टीम में ठेका मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष कृपा शंकर पनिका, उपाध्यक्ष तीरथ राज यादव, संयुक्त मंत्री मोहन प्रसाद और मजदूर किसान मंच के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद गोंड़, सचिव रमेश सिंह खरवार आदि थे।