12वीं इकाई फरवरी 2020 तक होगी चालू
ओबरा पहुंचे उत्तर प्रदेश उत्पादन निगम के निदेशक तकनीकि ई.बीएस तिवारी ने ओबरा परियोजना का दौरा कर विभिन्न कार्यों का जायजा लिया। निदेशक ने पिछले वर्ष अग्निकांड के बाद बंद चल रही ब तापघर की 200 मेगावाट वाली 12वीं इकाई के साथ 13वीं इकाई का जायजा लिया।
जासं, ओबरा (सोनभद्र) : ओबरा पहुंचे उत्तर प्रदेश उत्पादन निगम के निदेशक तकनीकि इं.बीएस तिवारी ने ओबरा परियोजना का दौरा कर विभिन्न कार्यों का जायजा लिया। निदेशक ने गत वर्ष अग्निकांड के बाद से बंद चल रही ब तापघर की 200 मेगावाट वाली 12वीं इकाई के साथ 13 वीं इकाई का जायजा लिया। उन्होंने परियोजना एवं भेल के अधिकारियों से वार्ता कर दोनों इकाइयों की प्रगति की समीक्षा की। इसके साथ ही परियोजना के चकाड़ी स्थित ऐशडैम का भी जायजा लिया। साथ ही प्रस्तावित सौर ऊर्जा प्लांट के लिए सेक्टर दस में परियोजना की मौजूद भूमि का भी निरीक्षण किया। इसके बाद वीआइपी अतिथि गृह में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गत 14 अक्टूबर को केबिल गैलरी में लगी आग के कारण बंद चल रही 12 वीं इकाई को 15 फरवरी 2020 तक चालू करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके अलावा भेल द्वारा जीर्णोद्धार में चल रही 13 वीं इकाई को मई 2020 तक चालू करने का लक्ष्य है।
बताया कि चकाड़ी ऐश डैम के तटबंध को ऊंचा करने के साथ उसे मजबूत करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। अ तापघर में 800 मेगावाट की नई इकाई के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनकर तैयार हो गई है। इसके कोल हैंडलिग प्लांट को लेकर आ रही भूमि संबंधी समस्या का निदान हो गया है। गत जनवरी से परियोजना का अपेक्षित उत्पादन होने के बावजूद उत्पादन प्रोत्साहन भत्ता न दिए जाने को लेकर बताया कि इस संबंध में प्रक्रिया विचाराधीन है। इस दौरान परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक इं.सीपी मिश्रा, अधिशासी अभियंता इं.राजीव कुमार एवं इं.अदालत वर्मा आदि मौजूद थे। अभियंता संगठनों ने भत्ते की रखी मांग
उत्पादन निगम के निदेशक तकनीकि बीएस तिवारी से मिले अभियंता संगठनों ने उत्पादन प्रोत्साहन भत्ते की मांग उठाई। अभियंता संघ के क्षेत्रीय सचिव अदालत वर्मा ने कहा कि माह जनवरी 2019 से 200 मेगावाट की तीनों इकाइयां लगभग पूर्ण क्षमता पर चल रही हैं। जनवरी में कुल उत्पादन 368.9 मिलियन यूनिट,थर्मल बैंकिग 38.07 मेगावाट, विशेष तेल खपत 0.818 किलोलीटर प्रति मेगावाट एवं पीएलएफ 91.365 प्रतिशत प्राप्त हुआ था। प्रोत्साहन पालिसी के तहत जनवरी में ग्रुप ए के कर्मियों को उत्पादन प्रोत्साहन भत्ता मूल वेतन का 11.44 फीसद भुगतान होना चाहिए था। उधर जूनियर इंजीनियर संगठन ने भी संवर्ग के विभिन्न मांगों से संबंधित मांग पत्र सौंपा। संगठन के प्रतिनिधियों ने ओबरा तापीय परियोजना के कर्मचारी/अधिकारियों को उत्पादन भत्ता देने, नई कालोनी का निर्माण, कालोनियों का अनुरक्षण, प्लांट मे स्पेयर्स की व्यवस्था, अवर अभियन्ता की रिक्त पदों पर भर्ती, अवर अभियंताओं की पदोन्नति आदि मुद्दों पर निदेशक से वार्ता की। संगठन की तरफ से उत्पादन निगम अध्यक्ष आरजी सिंह, शाखा अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह, शाखा सचिव ओपी पाल, आशुतोष मिश्रा, पंकज गुप्ता आदि शामिल रहे।