वर्कआउट के इंतजार में लूट की वारदातें
सीतापुर : कानून-व्यवस्था का राग अलापने वाली पुलिस अपराधिक वारदातों पर अंकुश नहीं लगा पा र
सीतापुर : कानून-व्यवस्था का राग अलापने वाली पुलिस अपराधिक वारदातों पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। यही वजह है कि लूट की आधा दर्जन वारदातें खुलासे के इंतजार में हैं। इन वारदातों के खुलासे पुलिस की फाइलों में ही दम तोड़ रहे हैं। रविवार की शाम पिपरावां- मल्लपुर चौबे मार्ग पर भारतीय इंटर कॉलेज के प्रबंधक चंद्र कुमार ¨सह को बंधक बनाकर की गयी लूट को 96 घंटों से भी अधिक समय बीत चुका है लेकिन पुलिस अब तक बाइक सवार लुटेरों का कोई सुराग नहीं लगा सकी है। ऐसा तब है जब बाइकर्स गैंग का सुराग पाने के लिये महोली के साथ-साथ इमलिया सुल्तानपुर पुलिस भी लगी हुई है। लुटेरों का सुराग पाने के लिये पुलिस को वीटीएस रिपोर्ट का इंतजार है। इससे पूर्व भी करीब आधा दर्जन अन्य वारदातें भी पुलिस की फाइलों में कैद होकर रह गयी हैं।
केस एक
11 मई को चवाबेगमपुर गन्ना क्रय केंद्र पर आधा दर्जन लुटेरों ने चौकीदार जगदीश दीक्षित को बंधक बनाकर साइकिल, मोबाइल व तीन क्विंटल लोहे के बांट लूट लिए थे। अब तक लुटेरों का सुराग नहीं मिला है।
केस दो
15 मई को कस्बे के शुक्लन टोला निवासी प्रवीण शुक्ला की पत्नी पूजा शुक्ला के गले से लुटेरों ने सोने का हार कोतवाली गेट के पास छीन लिया था। छह माह बाद भी पुलिस खुलासा नहीं कर पाई है।
केस तीन
26 मई को पीतमपुर ग्रंट निवासी परागी लाल पुत्र घुरई इलाहाबाद बैंक से 8,000 रुपये निकाल कर घर जा रहे थे। कटीली गांव के पास लुटेरों ने उन्हें गिराकर उनसे रुपये लूट लिए थे।
केस चार
25 जुलाई की सुबह अध्यापिका सीमा कात्रे साइकिल से प्राथमिक विद्यालय बहेर जा रही थीं। गांव के बाहर एक अज्ञात बदमाश ने धक्का देकर उन्हें गिरा दिया और बैग छीन कर भाग गया था।
केस पांच
10 अगस्त की दोपहर दीक्षित टोला निवासी मनीष शुक्ल इलाहाबाद बैंक में 35,000 रुपये जमा करने आए थे। एनएच 24 पर बैंक के बाहर लुटेरों ने उससे रुपए छीन लिए थे और फरार हो गये थे। वर्जन
लूट की वारदातों में पुलिस टीमें पड़ताल में लगी हुई हैं। साक्ष्य संकलन भी जरूरी है। शीघ्र ही वारदातों का खुलासा किया जाएगा।
समर बहादुर, सीओ सदर