घर-घर में विराजे विघ्नहर्ता गजानन
गाजे बाजे के साथ घरों में पहुंचे गणपति विधिविधान से प्रतिमाएं स्थापित।
सीतापुर : शुक्रवार को गणेश उत्सव के प्रथम दिन परंपरा अनुसार भगवान गणेश को घरों में स्थापित किया गया। शुभ मुहूर्त में स्थापना कर पूजन किया गया। श्रद्धालुओं ने पहले दिन स्थापना से पूर्व शोभा यात्रा निकाली। रंग-गुलाल उड़ाते लोग गणपति बप्पा मोरया..आया रे आया गनपति आया.. की गूंज सुनाई दी। शोभा यात्रा विभिन्न मार्गों से निकाली गई। इसके बाद विधान पूर्व स्थापित किया। लोहारबाग में गणेश स्थापना की गई है। दुर्गा मंदिर, होलीनगर मंदिर में भगवान गणपति का भव्य श्रृंगार किया गया है। यहां रात में महिलाएं भजन-कीर्तन करेंगी।
मिश्रिख : स्टेशन रोड निवासी शशिकांत मिश्र के आवास पर गजानन की स्थापना धूमधाम से की गई। इससे पहले शोभायात्रा निकाली गई। दधीचि कुंड तीर्थ पर पूजन किया गया। बजरंगी विमल मिश्र, अतुल मिश्र, लवकुश शुक्ल, प्रमोद तिवारी, रमाकांत अवस्थी आदि मौजूद रहे। कल्ली चौराहा के राजेपारा में गजानन की स्थापना की गई। गणेश चतुर्थी के अवसर पर श्रद्धालुओं ने गणेश जी का चंदन वंदन धूप दीप के साथ पूजन अर्चन किया। बिसवां : नवयुवक गणेश महोत्सव समिति ने गणेश महोत्सव के तहत मां शीतला देवी मंदिर में गणेश स्थापना कर पूजन किया। प्रवीण श्रीवास्तव, नितिन आर्य, रोहित शर्मा, पीयूष मौर्या आदि मौजूद रहे।
खैराबाद : गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर विघ्न विनाशक भगवान गणपति की स्थापना की गई। बाजदारी टोला स्थित राधा कृष्ण मंदिर में श्रद्धालुओं ने कोरोना प्रोटोकाल का ध्यान रखते हुए भगवान गणेश की स्थापना की। प्रमुख सेवक अयोध्या धाम दीक्षित शैलेंद्र तिवारी ने बताया प्रतिदिन सुबह-शाम गणपति की पूजा पाठ होगा। अंकित गुप्ता, आलोक वाजपेयी, सोमेंद्र तिवारी, बंटी, मोहन बिहारी आदि मौजूद रहे। रेउसा : गणेश चतुर्थी महोत्सव के शुभारंभ पर शोभायात्रा रेउसा कस्बे में संकट मोचन हनुमान मंदिर से निकाली गई। चहलारी घाट घाघरा नदी से जल भरकर शोभायात्रा कार्यक्रम स्थल पहुंची। महोत्सव के तहत नियमित धार्मिक कार्यक्रम होंगे। महमूदाबाद : नगर के नहर कालोनी के समीप भक्तों ने भव्य गजानन महराज की प्राण प्रतिष्ठा वैदिक विधि-विधान के साथ की। मूर्ति स्थापना श्रवण शास्त्री ने यजमान अतुल वर्मा के द्वारा विधि-विधान से कराई। गणपति बप्पा मोरिया के गगनभेदी नारे लगे। नई बाजार दक्षिणी वार्ड स्थित बुढि़या माता मंदिर के निकट भी गणपति पांडाल बनाया गया है।