वासंतिक नवरात्र आज से घर घर देवी मां की उपासना
मंगलवार को होगी कलश स्थापना जिलेभर के मंदिरों को गया सजाया
सीतापुर: चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को वासंतिक नवरात्र का शुभारंभ होता है। मंगलवार से इस पर्व की शुरुआत हो रही है। नौ दिन तक चलने वाले इस पर्व में घर-घर में देवी मां पधारेंगी। इस दौरान भक्तिमय माहौल रहेगा। पूरे नौ दिन घरों से लगाकर मंदिर तक देवी भक्त व्रत उपवास का क्रम चलेगा। सोमवार को देवी भक्त पूजन अर्चन की तैयारी में लगे रहे। मंदिरों को सजाया गया, घरों में भी कलश स्थापना की तैयारियां देर शाम तक चलती रही। बाजार में भी देवी मां के श्रृंगार, पूजन, व्रत आदि खरीदारी की। हालांकि इसबार भी पिछले वर्ष की ही तरह कोरोना का संकट था इसलिए मंदिरों में सभी आने की मनाही कर दी गई थी। इसबार भी कोरोना का संकट मंडराने लगा है। कोरोना संकट को देखते हुए शासन प्रशासन ने मंदिर में ज्यादा भीड़ एकत्र न होने देने के निर्देश दिए हैं। इसलिए घरों में ही स्थापना व पूजन अर्चन के लिए कहा गया है।
यह है मुहूर्त
देवी मंदिर आलम नगर पुजारी पंडित महेश शुक्ला ने बताया इसबार नवरात्र पर्व नौ दिन तक चलेगा। मंगलवार को कलश स्थापना के दो मुहूर्त हैं जिसमें प्रात: 5:28 से 10:14 तक व अविजित मुहूर्त दिन में 11:36 से 12:24 तक है। इस काल में कलश स्थापना का पुण्य लाभ मिलता है।
बाजार में हुई खरीदारी
दुर्गा मां की उपासना के लिए भक्तों ने मां के पूजन अर्चन व श्रंगार संबंधी सामग्री की खरीदारी की। महिलाएं बाजार पहुंची जहां उन्होंने मां की चुनरी, मां की पोशाक, सिदूर, चूड़ी आदि श्रंगार सामग्री खरीदी। साथ ही साथ पूजन अर्चन के लिए चौकी, आरती, रुई बाती, धूप बत्ती, नारियल, लालतूल, कलावा, रोली आदि की खरीदारी की। खरीदारी का यह क्रम सुबह से शुरू हुआ जो देर शाम तक चला।
फलों की भी खूब बिक्री
नौ दिन तक चलने वाले इस पावन पर्व में अधिकांश भक्त पूरे नौ दिन व्रत रहते हैं। कुछ लोग प्रतिपदा व अष्टमी का व्रत रखते हैं। इसलिए भक्तगणों ने फलाहार की खरीदारी की। भक्तों ने फलों के अलावा मखाना, कूटा आटा, सिघाड़े का आटा, किसमिस, लौंग आदि की खरीदारी की।
कोरोना को लेकर की गई तैयारी
कोरोना संक्रमण का प्रसार न हो इसलिए मंदिरों में तैयारी की गई। शहर के मंदिरों के बाहर शारीरिक दूरी के लिए गोले बनाए गए। शहर के श्यामनाथ मंदिर, दुर्गा मंदिर, काली माता मंदिर के बाहर गोले बनाए गए हैं।