शिक्षकों ने भरी हुंकार, पुरानी पेंशन दे सरकार
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सीतापुर: पुरानी पेंशन सहित अन्य मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के बैनर तले परिषदीय, माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय प्रांगण में प्रदर्शन किया। यहां सभा का आयोजन हुआ। सभा में शिक्षक नेताओं ने सरकार करते हुए अपनी मांग को जोरदार ढंग से रखा।
धरने को संबोधित करते हुए संघ के जिलाध्यक्ष रवींद्र दीक्षित ने कहा वर्तमान सरकार व शिक्षा विभाग के अधिकारी निरंतर शिक्षक विरोधी आदेश दे रहे हैं। तीन वर्ष से एक भी पदोन्नति नहीं हुई है। भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों की शिकायतें शासन को भेजी जाती हैं लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं हो रही हैं। उन्होंने कहा सरकार हम शिक्षकों को गंभीरता से नहीं ले रही है। हम सब अगर एक जुट रहे तो वह दिन दूर नहीं जब शासन को हमारी मांगों का निस्तारण करना ही पड़ेगा। सभा के बाद सभी शिक्षक जुलूस निकालते हुए डीएम कार्यालय पहुंचे जहां सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। यह रहीं प्रमुख मांगें
पुरानी पेंशन को लागू किया जाए। विद्यालयों छात्रों को बैठने के लिए फर्नीचर, शुद्ध पेयजल, बिजली पंखे, चहारदीवारी की व्यवस्था करे। विद्यालय में सफाई कर्मचारी, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व लिपिक की नियुक्ति की जाए। शिक्षकों को राज्य कर्मचारियों की भांति उपाíजत व द्वितीय शनिवार अवकाश, निश्शुल्क चिकित्सा, एसीपी की सुविधा दी जाए। संविलियन पर रोक लगाई जाए। ग्रेड वेतन 4600 व 4800 पर न्यूनतम मूल वेतन 17,140 व 18,150 दिया जाए। मृत शिक्षकों के आश्रितों को पूर्व की भांति शिक्षक पद पर नियुक्त किया जाए। दतर्थ शिक्षकों को नियमित किया जाए। वित्तविहीन शिक्षकों को समान कार्य समान वेतन दिया जाए। मां के साथ बच्चे भी धरने में हुए शामिल
धरने में शिक्षिकाओं की भी सहभगिता कम नहीं थी। कुछ शिक्षिकाओं के साथ उनके बच्चे भी आए थे। मां धरने में शामिल होने के साथ साथ अपने बच्चों को भी संभालती नजर आई। शिक्षिकाओं ने ली सेल्फी
धरना प्रदर्शन के दौरान जब मंच से नेतागण संबोधित कर रहे थे उसी समय शिक्षिकाएं प्रदर्शन की स्मृतियों को सहेजने के लिए सेल्फी लेती दिखी।