रेलवे के स्वास्थ्य निरीक्षक ने आवास के कमरे में लगाई फांसी
पति-पत्नी अलग-अलग कमरों में थे सोए दरवाजा न खुला तो दी सूचना। झांसी के रहने वाले थे नरेंद्र सिह। जालौन जिले की अर्चना से दो साल पहले हुई थी शादी।
सीतापुर : शहर में स्थित रेलवे कॉलोनी में निवास कर रहे स्वास्थ्य निरीक्षक नरेंद्र सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पाकर पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर नरेंद्र के शव को निकाला।
शहर कोतवाल अंबर सिंह का कहना है कि घटना बीती रात की है, पर उन्हें दोपहर को पता चला। कहा, घटना का कारण जानने की कोशिश की जा रही है। कोतवाल ने ये भी बताया, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा था, लेकिन नरेंद्र के बहनोई ने रेलवे के डॉक्टर को फोन कर आवास से शव न उठाने को कहा है। इसी वजह से बहनोई के आने का इंतजार किया जा रहा है। फिलहाल घटना संदिग्ध बताई जा रही है।
मृतक की पत्नी अर्चना से पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया, रात में नरेंद्र अपने कमरे और उनकी पत्नी दूसरे कमरे में सोई थीं। नरेंद्र के कमरे में कूलर चल रहा था। दोपहर 12 बजे तक भी नरेंद्र का कमरा नहीं खुला और पत्नी के दरवाजा खटखटाने के बाद भी कोई हरकत नहीं हुई। इस पर पत्नी ने रेलवे के डॉक्टर को फोन किया। इसके बाद अन्य लोगों को जानकारी हुई। तीन बहनों के इकलौते भाई थे नरेंद्र
35 वर्षीय नरेंद्र करीब डेढ़ साल पहले ही लखीमपुर खीरी से स्थानांतरित होकर सीतापुर आए थे। वह झांसी जिले के थाना मोठ क्षेत्र के अमराव गांव के रहने वाले थे। वह अपनी तीन बहनों के बीच में इकलौते भाई थे। इनके पिता हरदयाल पुलिस में थे। पिता की मौत भी पुलिस सेवाकाल में ही हुई थी। मृतक आश्रित में नरेंद्र को पुलिस में नौकरी मिल रही थी पर इन्होंने उसे स्वीकार न कर रेलवे में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की नौकरी की थी। नरेंद्र का विवाह जालौन जिले की अर्चना के साथ दो साल पहले ही हुआ था। अभी इनके बच्चे नहीं हैं।