अलाव, पानी न छाया, गन्ना उतराई का भी शुल्क
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सीतापुर : डालमिया चीनी मिल जवाहरपुर के गन्ना केंद्र पतारा कला दाउदपुर में अव्यवस्थाओं से किसानों को दिक्कतों के बीच तौल करानी पड़ रही है। इस केंद्र पर गन्ने की तौल इतनी आसान नहीं है। तीन-तीन दिन तौल के लिए लग जाते हैं। इस दौरान गन्ना भरी ट्रालियां व डनलप खड़े रहते हैं। वाहनों की पर्याप्त व्यवस्था न होने से गन्ना तौल कराना किसी युद्ध लड़ने से कम नहीं है। केंद्र पर वाहनों से लेकर पेयजल, ठहराव, अलाव तक की सुविधा नहीं है। जबकि भीषण ठंड पड़ रही है।
वहीं गन्ना उतराई के लिए किसानों से 100 से 150 रुपये लिए जा रहे। उतराई न देने पर वाहन नहीं खाली किया जाता। गन्ना केंद्रों पर कोई मानक पूरे नहीं किए गए हैं। बंद कमरों में बैठने वाले अधिकारियों को किसानों की दिक्कतों का अंदाजा नहीं लग रहा। सबसे अधिक समस्या वाहनों की कमी व उतराई के नाम पर वसूली है। वाहन न होने से किसान केंद्र पर तीन से चार दिन तक परेशान होते हैं। जिम्मेदारों की अनदेखी किसानों का नुकसान कर रही है। किसानों का कहना है कि गन्ना अधिकारी से लेकर मिल अधिकारी तक फोन नहीं उठाते। शिकायतों पर कोई सुनने वाला नहीं है। जिससे किसान का शोषण हो रहा है। चित्र-29एसआइटी02-
मिल की ट्रांसपोर्ट व्यवस्था ठीक नहीं, किसानों से गन्ना उतराई के लिए वसूली भी हो रही है। कोई सुनने वाला नहीं है।
केदारी चित्र-29एसआइटी03-
केंद्र पर गन्ना तौल के लिए बहुत दिक्कते हैं। यहां अलाव तक नहीं है जो किसान कम से कम सर्दी से राहत पा सकें।
राम ¨सह चित्र-29एसआइटी04-
अब तक एक ही परची आई है उसकी भी तौल के लिए यहां तीन दिन से इंतजार कर रहे हैं। वाहन आए तो तौल हो।
श्रवण कुमार चित्र-29एसआइटी05-
गन्ना केंद्रों पर अव्यवस्थाओं की भरमार है। अधिकारी फोन नहीं उठाते, जिससे किसानों का शोषण जारी है।
संजय पांडेय वर्जन-
गन्ना केंद्रों पर मानक अनुसार वाहन व अन्य सुविधाओं के निर्देश दिए हैं। जांच में कमियां मिली तो कार्रवाई की जाएगी।
दुष्यंत कुमार, जिला गन्ना अधिकारी