शीतला अष्टमी पर स्वस्थ जीवन की कामना की
चित्र-29एसआइटी24- -शीतला माता का किया गया श्रृंगार
नैमिषारण्य (सीतापुर) : शीतला देवी मंदिर में गुरुवार शाम शीतला अष्टमी पर विविध धार्मिक अनुष्ठान हुए। इस मौके पर नगर के पूरब वार्ड स्थित प्राचीन शीतला माता मंदिर का विशेष श्रृंगार किया गया। मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया। देर रात तक अनुष्ठान हुए। इसके बाद हलवा व खीर का प्रसाद वितरण किया गया। इस मौके पर माता के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। इस दौरान शशिकांत, रामबाबू, शंभू, जीतू, श्याम, पिकी, रिकी आदि का विशेष सहयोग रहा। शीतला अष्टमी पर विभिन्न पकवान बनाकर माता का पूजन किए जाने की परंपरा है। मान्यता है कि शीतला माता बच्चों की सेहत की रक्षा करती हैं। साथ ही धन दौलत का अंबार भर देती हैं। होली के आठवें दिन शीतला अष्टमी की पूजा का विधान है। चैत्र कृष्ण पक्ष की अष्टमी को ही शीतला माता की पूजा होती है। शीतला माता को एक दिन पहले बने पकवानों का भोग लगाया जाता है। इसके बाद यह भोजन प्रसाद स्वरूप ग्रहण किया जाता है। शीतला माता गर्दभ पर सवार हैं। उनके एक हाथ में झाड़ू है। नीम के पत्तों को जेवर की तरह पहने होती हैं। एक हाथ में शीतल जल का कलश भी होता है। माता साफ सफाई, स्वस्थ जीवन और शीतलता की प्रतीक हैं।