आइएसओ प्रमाणपत्र के लिए तैयारियां शुरू, प्रतिनिधियों ने जांचे मानक
दूसरे चरण के मुआयने को दस दिन बाद आएंगे प्रतिनिधि मिला प्रमाणपत्र तो तहसील का बढ़ेगा स्तर।
सीतापुर : सदर तहसील आइएसओ (इंटरनेशल आर्गेनाइजेशन फार स्टैंडराइजेशन) प्रमाणपत्र लेने की तैयारी कर रही है। अधिकारियों के आवेदन पर मंगलवार को आइएसओ के प्रतिनिधियों ने तहसील कार्यालय का मुआयना किया। प्रथम चरण के निरीक्षण में संस्था प्रतिनिधियों ने प्रशासनिक अधिकारियों को तहसील में साफ-सफाई व अन्य सुधार को सुझाव दिए हैं। सुझाव पूर्ण होने का मौका दस दिन का दिया है, इसके बाद प्रतिनिधि आएंगे और संस्था के मानकों से तहसील की व्यवस्थाओं की तुलना करेंगे।
आइएसओ के कंसलटेंट मैनेजर श्रीराम धरम गौतम व लीडर टीम आड़िटर राजीव कुमार तहसीलदार सदर के साथ तहसील में व्यवस्थाएं देख रहे थे। दो मंजिला के दफ्तरों में जाने वाले जीना के नीचे गंदगी थी। पड़ोस में बन रहे शौचालय अधूरे थे। शिकायतकर्ता अर्जी कहां, किसे दें यह कुछ तय नहीं था। इसलिए आइएसओ प्रतिनिधियों ने तहसीलदार को दूसरे चरण के मुआयने का मौका दिया है।
तहसीलदार सदर ने बताया कि संस्था प्रतिनिधियों के सुझाव पर तहसील को मानक के अनुरूप करना है। साफ-सफाई, शिकायत पेटिका का डिस्प्ले करना है। कानूनगो के आठ सर्किलों के केबिन बन गए हैं। अब सर्किल के कानूनगो यहीं बैठकर कार्य करेंगे। इससे जरूरतमंदों को भटकना नहीं पड़ेगा।
तहसील का स्तर होगा उच्च, आएगा सुधार :
तहसीलदार ज्ञानेंद्र द्विवेदी ने बताया कि आइएसओ से प्रमाणपत्र मिलने से राजस्व कर्मियों में बेहतर कार्य करने की भावना विकसित होगी। तहसील का स्तर भी विकसित होगा। कर्मियों में अच्छे ढंग से कार्य करने की भावना को बढ़ावा मिलेगा। इसलिए हमें और अच्छी तरह से सही ढंग से ईमानदारी-गुणवत्ता के साथ कार्य करने हैं। हमारे कार्य की शैली कैसी हो, बातचीत का तरीका कैसा हो। जनता से संवाद का तरीका कैसा हो। इसके लिए कर्मियों को प्रशिक्षित भी कर रहे हैं।
ये है आइएसओ :
आइएसओ (इंटरनेशल आर्गेनाइजेशन फार स्टैंडराइजेशन) को हिदी में अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन कहते हैं। विभिन्न राष्ट्रों के मानक संगठनों के प्रतिनिधियों से गठित एक अंतरराष्ट्रीय मानक-विन्यास संस्था है। इस संस्था के मानकों पर खरा उतरने वाले संस्थानों को प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है।