धान खरीद में पीसीएफ जिला प्रबंधक को नोटिस
सीतापुर : एक अक्टूबर से सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों से धान की खरीद हो रही है। इ
सीतापुर : एक अक्टूबर से सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों से धान की खरीद हो रही है। इस तरह शुक्रवार तक खरीद के कुल 33 दिन हो गए हैं। पीसीएफ के 27 क्रय केंद्र अभी तक खुल नहीं सके हैं। यही हाल उप्र राज्य कर्मचारी कल्याण निगम के दो क्रय केंद्रों का है। न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना में किसानों के लाभ में हीलाहवाली बरतने के आरोप में डिप्टी आरएमओ ने पीसीएफ जिला प्रबंधक को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। इससे पहले डिप्टी आरएमओ सभी केंद्र प्रभारियों को भी कारण बताओ नोटिस दे चुके हैं। इसके बाद भी क्रय केंद्रों पर धान खरीद की गति कमजोर है। अब तक 4800 किसानों ने धान बेचने के लिए अपना पंजीकरण करा लिया है। इसमें केंद्रों पर अभी तक 393 किसानों के 18,910 क्विंटल धान की खरीद की जा सकी है। डिप्टी आरएमओ ने बताया कि पिछले सप्ताह में वे शहर गल्ला मंडी के हाट शाखा के सीतापुर द्वितीय क्रय केंद्र को छोड़ सभी केंद्र प्रभारियों को नोटिस जारी किया था, इसके बाद खरीद की कुछ गति बढ़ी लेकिन इधर फिर रफ्तार सुस्त है। उप्र राज्य कर्मचारी कल्याण निगम के लहरपुर क्षेत्र के लालपुर मंडी व डेंगुरा के क्रय केंद्र अभी तक सक्रिय नहीं हो सके हैं। इसी तरह पीसीएफ के 27 केंद्र निष्क्रिय हैं। पीसीएफ को सबसे अधिक 32 केंद्र
धान खरीद के लिए जिले में सबसे अधिक 32 क्रय केंद्रों का जिम्मा पीसीएफ को दिया गया है, जबकि पीसीयू को 13 और हाटशाखा के पास 12 क्रय केंद्र हैं। इन्होंने सिर्फ 1-1 किसान से खरीदा
बिसवां, महमूदाबाद मंडी, पहला एट मंड , खैराबाद प्रथम, रेउसा, महोली, तंबौर मंडी व लहरपुर मंडी में हाटशाखा के क्रय केंद्र हैं। इन केंद्रों के प्रभारियों ने खरीद के 33 दिनों में सिर्फ एक-एक किसान का धान खरीद पाए हैं। धान खरीद का आंकड़ा
जिले में धान खरीद लक्ष्य- 9,89,000 ¨क्वटल
लक्ष्य के मुताबिक अब तक खरीद 1.91 प्रतिशत
जिले में कुल धान क्रय केंद्र-65 वर्जन-
65 में सिर्फ 36 क्रय केंद्रों को सक्रिय किया जा सका है, जिन पर धान की खरीद हो रही है। पीसीएफ की स्थिति काफी खराब है, इसके 27 केंद्र अभी तक चालू नहीं हो सके हैं।
- अर¨वद दुबे, डिप्टी आरएमओ