बिछड़े बेटे को पाकर मां-बाप निहाल, पीआरवी को दी दुआ
खेलते-खेलते गांव से ढाई किमी दूर दूसरे गांव बेहड़ा पहुंच गया था बचा राहगीर ने की बचे की शिनाख्त टीम को पीआरवी ऑफ द डे का सम्मान
सीतापुर : परिवार से बिछड़कर कर रास्ता भटके बच्चे को पीआरवी पुलिस लेकर आई तो बेटे को देख मां-बाप निहाल हो गए। उन्होंने पुलिस कर्मियों का आभार जताने के साथ उन्हें तरक्की के लिए दुआएं दीं। राहुल ने कहा, उनका बेटा अभी छह साल का है। वह लापता हो गया था तो उसकी मां रो-रोकर बदहवास हो रही थी। इस सफलता से कमलापुर की पुलिस रिस्पांस व्हीकल (पीआरवी) को 'पीआरवी ऑफ द डे' से नवाजा गया है। इस टीम में कमांडर जय प्रकाश यादव, सब-कमांडर राजदीप व पायलट निरंजन सिंह शामिल थे।
सब-कमांडर ने बताया, रूढ़ा गांव निवासी राहुल का छह वर्षीय बेटा खेलते-खेलते ढाई किमी दूर दूसरे गांव बेहड़ा पहुंच गया था। बुधवार शाम जब अंधेरा होने लगा और वह रास्ता भटक गया तो वहीं गांव के बाहर के रास्ते पर खड़ा रो रहा था। शौच जा रही गांव की महिलाओं ने उसे देखा और रोने का कारण पूछा तो उसने बताया, वह रास्ता भटक गया है। बच्चा अपने गांव का नाम भी नहीं बता पा रहा था। हालांकि उसने पिता का नाम जरूर बताया। ऐसे में बेहड़ा गांव के धीरज अवस्थी ने यूपी डॉयल-112 पर फोन कर पीआरवी की मदद मांगी। बेहड़ा पहुंची पीआरवी टीम ने बच्चे को कब्जे में लेकर उससे पूछताछ की पर उससे कोई खास जानकारी नहीं मिली। ऐसी स्थिति में कमांडर जय प्रकाश यादव ने थानाध्यक्ष कमलापुर रामनरेश यादव को फोन कर जानकारी दी। कमांडर ने बताया, थानाध्यक्ष के आदेश पर वह बच्चे को वाहन पर बैठाकर थाने ला रहे थे। साथ ही रास्ते में जो भी राहगीर मिल रहा था उससे बच्चे की शिनाख्त कर रहे थे। इसी बीच रूढ़ा गांव के एक व्यक्ति ने पीआरवी की राह आसान कर दी। बुधवार शाम साढ़े सात बजे के दौरान पीआरवी बच्चे को लेकर उसके मां-बाप के पहुंची। उधर, इस तरह के सराहनीय कार्य के लिए एसपी आरपी सिंह ने भी पीआरवी टीम को बधाई दी है।