Sitapur News: सीतापुर में धान खरीद में बड़ा खेल, बिना विवाह पत्नी के नाम बेचा 195 क्विंटल धान
Sitapur News बहुबनी ग्राम पंचायत के आदर्श प्रताप सिंह दूसरे की जमीन अपने नाम दिखाकर और काल्पनिक महिला को पत्नी दर्शाकर क्रय केंद्र पर195 क्विंटल धान बेच दिया जबकि वह अविवाहित हैं और उनका 25 नवंबर को तिलक होना है।
सीतापुर, संवादसूत्र। सरकारी धान खरीद के फर्जीवाड़े में उप जिलाधिकारी पूनम भास्कर का स्टोनो संजय भार्गव निलंबित हो चुका है। इसके बाद भी अनियमितताएं जारी हैं। इसी तरह एक नया मामला सामने आया है। दूसरे की जमीन अपने नाम दिखाकर और काल्पनिक महिला को पत्नी दर्शाकर न सिर्फ पंजीकरण करा लिया बल्कि, कुल 195 क्विंटल धान की बिक्री भी कर दी है। इसके लिए जालसाज ने पहले अपने आधार कार्ड में आधार संशोधन कराया था।
बहुबनी ग्राम पंचायत के आदर्श प्रताप सिंह अविवाहित हैं और उनका 25 नवंबर को तिलक होना है। आदर्श के नाम कृषि भूमि नहीं है। उन्होंने अपने नाम से धान बिक्री के लिए पंजीकरण कराया। पांच नवंबर को 98 क्विंटल धान हाट शाखा महोली बिक्री केंद्र पर बेच दिया।
आदर्श ने एक महिला को अपनी पत्नी दिखाकर पंजीकरण कराया। पांच नवंबर व 31 अक्टूबर को क्रमश : 41.60 क्विंटल व 56 क्विंटल धान बिक्री की, जबकि कृषि भूमि आदर्श और उसकी कथित पत्नी दोनों के नाम नहीं है। फिर भी पंजीकरण में लगे आधार में पति-पत्नी दर्ज हैं। उधर, आदर्श प्रताप सिंह ने बताया कि होने वाली पत्नी को नामिनी बनाकर पंजीकरण कराया था, लेकिन धान नहीं तौला गया है।
लेखपाल बोले, हमारे फर्जी हस्ताक्षर किए गए
लेखपाल अरुण भार्गव का कहना है कि आदर्श प्रताप सिंह और उनकी कथित पत्नी के नाम कृषि भूमि नहीं है। पंजीकरण में जिन किसानों की जमीन दर्शाई गई है। उसमें अधिकांश में गन्ना हैं। भुड़कुड़ा गांव के जिन किसानों की फसल का सत्यापन दर्शाया गया है, उसमें हमारे फर्जी हस्ताक्षर हैं।
रिसीव नहींं हुई काल
- धान खरीद में आरोप के संबंध में एसडीएम पूनम भास्कर के सीयूजी नंबर पर बुधवार को दो बजे काल की गई, लेकिन रिसीव नहीं हुई। इससे पहले भी सीयूजी पर कई बार काल की गई पर फोन नहीं उठा।
- आदर्श प्रताप सिंह का तिलक समारोह 25 नवंबर को होना है। इसका निमंत्रण पत्र हमको भी मिला है। अभी उनकी शादी नहीं हुई है। -सरला देवी, प्रधान बहुबनी
- धान बिक्री करने के मामले की जांच की जा रही है। शादी से पहले आधार संशोधित कराकर पत्नी के नाम धान बिक्री किया है तो एफआइआर होगी, रिकवरी भी कराई जाएगी। -ज्ञानेंद्र द्विवेदी, तहसीलदार, महोली