मिला संरक्षण, पौधों की देखरेख में लगे अफसर
रेंजर व विभाग के कर्मचारियों ने पौधों को सुरक्षित करने का किया काम। वन विभाग ने की तैयारी।
सीतापुर : खबर प्रकाशित हुई तो आचार्य नरेंद्र देव पार्क में सूख रहे पौधों के संरक्षण को विभाग गंभीर हो गया। अधिकारी और कर्मचारी रविवार सुबह ही पार्क पहुंच गए। पौधों को को पानी दिया गया। जिन पौधों के गड्ढे मिट्टी से भर गए थे, उन्हें सही किया गया। पौधे के चारों ओर गड्ढा बनाकर पानी दिया गया। जड़ के पास से घास भी निकाली गई। पौधे सूखने न पाएं, इसके इंतजाम किए गए। रेंजर महमूद आलम की देखरेख में पौधों को सुरक्षित करने का काम किया गया।
बता दें कि, जुलाई के अंतिम सप्ताह में वन विभाग की ओर से निर्माणाधीन आचार्य नरेंद्र देव पार्क में 30 अलग-अलग प्रजातियों के पौधे रोपे गए थे। एक घंटे में हुए इस विशेष पौधारोपण कार्यक्रम में एक-एक प्रजाति के 12-12 पौधे लगाए गए थे। पौधों को जानवरों से बचाने का इंतजाम तो किया गया, लेकिन संरक्षण समुचित इंतजाम न होने से कई प्रजातियों के पौधे सूखने लगे थे। इसको लेकर जागरण ने रिकार्ड बनाने के बाद सूख गए पौधे शीर्षक से खबर प्रकाशित की। खबर प्रकाशन के बाद रेंजर व अन्य अधिकारी/कर्मचारियों ने पार्क पहुंचकर पौधों को सुरक्षित रखने का इंतजाम किया।
'पौधे सूखे नहीं है। पौधों की पत्तियां गिर गई हैं। गिलोय आदि प्रजातियों के पौधे नजर नहीं आए होंगे। पौधों को पूरी तरह संरक्षित किया जा रहा है।'
- महमूद आलम, रेंजर