ट्रस्ट मालामाल, व्यवस्थाएं 'कंगाल'
धर्मनगरी नैमिषारण्य से जिला प्रशासन के नैमिष फाउंडेशन ट्रस्ट
अमित सैनी, नैमिषारण्य (सीतापुर)
धर्मनगरी नैमिषारण्य से जिला प्रशासन के नैमिष फाउंडेशन ट्रस्ट के साथ-साथ ठेकेदार मालामाल हो रहे हैं। सिर्फ चक्रतीर्थ से ही ट्रस्ट को प्रत्येक ठेका आवंटन पर औसतन 13.47 लाख रुपये मिल रहे हैं। इसके बावजूद व्यवस्थाएं लचर हैं। इतनी कमाई देने वाले चक्रतीर्थ का रंग-रोगन तो दूर, यहां सफाई ही बदहाल है। चक्रतीर्थ कुंडों की दशा खराब है। जल आचमन लायक नहीं। दावों के विपरीत सीढ़ी के पत्थरों पर काई लगी है।
भूतनाथ मंदिर में गंदगी
भूतनाथ मंदिर की पोताई पिछले छह साल से नहीं हुई है। यहां तारों का मकड़जाल है। बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। ठेकेदार ने पिछले महीने निजी बैटरा लगाया है। चरणकुंड व गोदावरी कुंड के पवित्र जल में जूठन व पत्तल तैर रहे हैं।
चक्रतीर्थ पर अव्यवस्थाएं
चक्रतीर्थ की रंगाई-पोताई तीन साल से नहीं हुई है। सफाई के लिए पालिका ने यहां दो कर्मी तैनात किए हैं। यहां जनरेटर चार साल से बंद है। बिजली गुल तो अंधेरा। पुरोहितों का कहना है कि कई अमावस्या अंधेरे में बीती हैं। अमावस्या पर स्नान के लिए श्रद्धालु तड़के चक्रतीर्थ पर आते हैं। अंधेरे की वजह से अपराध भी होता है।
चक्रतीर्थ से ट्रस्ट की कमाई
भूतनाथ मंदिर - 6.80 लाख रुपये
फूलमाला दुकान - 3.56 लाख रुपये
चक्रतीर्थ कुंड - 3.11 लाख रुपये
नोट : उक्त औसतन कमाई प्रत्येक ठेका आवंटन पर है।
क्या कहते हैं ठेकेदार
ठेकेदारों का कहना है कि ठेका आवंटन होते ही उन्हें चौथाई रकम तुरंत फिर शेष धनराशि तीन समान किस्तों में नैमिष फाउंडेशन ट्रस्ट के खाते जमा करनी होती है। बताया कि ठेका परिसर या मंदिर की साफ-सफाई आदि के कार्य में उनकी कोई भूमिका नहीं रहती है।
ये भी जानें
- चक्रतीर्थ परिसर में भूतनाथ मंदिर, चरणकुंड, गोदावरी कुंड, गऊघाट हैं।
- भूतनाथ मंदिर में आने वाले दान का तिमाही ठेका उठता है।
- चक्रतीर्थ के जल में गुप्तदान का ठेका पूरे एक वर्ष का है।
- फूलमाला दुकान का वार्षिक ठेका होता है। चक्रतीर्थ पर सफाई के लिए दो कर्मी हैं। गऊघाट, गोदावरी एवं चरणकुंड पर कार्य कराने को योजना बनाई है।
- राजीव पांडेय, एसडीएम-मिश्रिख