दावत के बहाने बुलाया था जयपाल को
सीतापुर थानगांव थाना क्षेत्र में अगवा कर मौत के घाट उतारे गए युवक को हत्यारोपितों ने दावत के बहाने बुलाया था। मृतक जयपाल के भाई थानगांव थाना क्षेत्र के गांव चकदहा निवासी श्याम करन ने बताया कि जयपाल खाना बनाने का काम करता था।
सीतापुर : थानगांव थाना क्षेत्र में अगवा कर मौत के घाट उतारे गए युवक को हत्यारोपितों ने दावत के बहाने बुलाया था। मृतक जयपाल के भाई थानगांव थाना क्षेत्र के गांव चकदहा निवासी श्याम करन ने बताया कि जयपाल खाना बनाने का काम करता था।
बुधवार को वह काम करके घर पहुंचा। इसी बीच रेउसा के मरखापुर निवासी राम प्रताप ने कॉल करके जयपाल को रेउसा बुलाया था। भाई ने बताया कि राम प्रताप रिश्ते में भांजा लगता था, इस वजह से जयपाल मना नहीं कर सका और बाइक से कस्बा रेउसा पहुंच गया। बताया जा रहा है कि रेउसा कस्बे में महमूदाबाद रोड पर मौजूद शराब ठेके से शराब खरीदी गई। जिसके बाद जयपाल कॉल करने वाले राम प्रताप के साथ उसके घर मरखापुर के लिए रवाना हो लिया। उसके बाद जयपाल लापता हो गया और अब उसका शव बरुही गांव के निकट खेत से बरामद हुआ।
वारदात के बाद से फरार है रामप्रताप
जयपाल को कॉल करके बुलाने और फिर जयपाल के गायब होने के बाद से राम प्रताप फरार है।
फॉरेंसिक टीम ने की जांच
सीतापुर: शव मिलने की सूचना मिलने के बाद फॉरेंसिक टीम और डॉग स्कवायड टीम मौके पर पहुंची। जहां फॉरेंसिक टीम ने हत्या से जुड़े तमाम पहलुओं पर जांच पड़ताल की और जरूरी साक्ष्य जुटाए।
बाइक मिलने पर ही परिवार को हो गया था संदेह
जयपाल के परिवारजनों की माने, तो गुरुवार को जब जयपाल की बाइक लावारिस हालत में खड्ड में पड़ी मिली। तभी से उन्हें संदेह हो गया था, कि जयपाल के साथ कोई अनहोनी वारदात हो गई है। यही वजह है कि वे पुलिस से भी हत्या का संदेह जताते रहे। वहीं हत्यारोपित राम प्रताप के अचानक गायब होने से भी परिवारजनों का संदेह गहराता चला गया। परिवारजनों का कहना है कि इस वारदात में रामप्रताप के अलावा कई अन्य लोग भी शामिल हैं। थानाध्यक्ष संजीच कुशवाहा ने बताया कि हत्यारोपित राम प्रताप की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। उसके पकड़े जाते ही, वारदात के रहस्यों से पर्दा उठ जाएगा।