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प्राथमिक चिकित्सा सुविधा को तरसते ग्रामीण

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By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Sep 2019 10:36 PM (IST)Updated: Fri, 20 Sep 2019 06:33 AM (IST)
प्राथमिक चिकित्सा सुविधा को तरसते ग्रामीण

थानगांव (सीतापुर) : ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को प्राथमिक चिकित्सा सुविधा के लिए बने उप स्वास्थ्य केंद्र बदहाली के शिकार हैं। स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी से लाखों के भवन किसी उपयोग लायक नहीं बचे। क्षेत्र के सुजातपुर में बना उप स्वास्थ्य केंद्र छह वर्ष से खाली पड़ा है। यहां कोई कर्मचारी तक नहीं आते। जबकि उप स्वास्थ्य केंद्र में कर्मचारियों के बैठने के दिन निश्चित किए गए। यहां प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा के साथ बच्चों व महिलाओं का टीकाकरण, दवा वितरण की सुविधा थी। इतना ही नहीं प्रसव की भी यहां सुविधा थी। लेकिन वर्तमान में यह भवन उपेक्षित पड़े हैं। बेसहारा जानवरों के यह भवन अड्डे बन गए। न दरवाजे और न ही खिड़कियों में पल्ले हैं। लोग खलिहान की तरह परिसर का उपयोग करते हैं। वहीं लोग स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 15 किलोमीटर दूर सीएचसी रेउसा तक दौड़ लगाते हैं। टीकाकरण की सुविधा यहां मिलती तो महिला व बच्चों का भागदौड़ न करनी पड़ती। गांव के रामजी शुक्ला व केशरी तिवारी ने कहा कि उप केंद्र पर स्वास्थ्य सुविधाएं बहाल हो जाएं तो बहुत सुविधा मिले। सबसे अधिक महिलाएं व बच्चे लाभान्वित होंगे। अनावश्यक दौड़ भाग से राहत मिलेगी। शिवपूजन ने कहा कि केंद्र बना है तो उसका सदुपयोग होना चाहिए। उप केंद्र की मरम्मत कराई जाएगी। संबंधित एएनएम को गांव में अतिरिक्त समय देने के लिए निर्देशित करेंगे।

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डॉ. अनंत मिश्रा, अधीक्षक रेउसा सीएचसी


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