माइनर व रजबहे सूखे, कैसे हो रबी की बोआई
सीतापुर : इलाके के सभी माइनर और रजबहा सूखे पड़े हुए हैं। ऐसा तब हो रहा है जब किसानों ने गन्ने और धान
सीतापुर : इलाके के सभी माइनर और रजबहा सूखे पड़े हुए हैं। ऐसा तब हो रहा है जब किसानों ने गन्ने और धान की अगेती फसल काटकर रबी की बोआई शुरू करनी है। अधिकारी क्लो¨जग और माइनरों की सफाई का राग अलाप रहे हैं। ऐसी स्थिति में किसान किराये के इंजन से 130 रुपये प्रति घंटा ¨सचाई की मोटी कीमत अदा करने पर मजबूर हैं। रबी की बोआई शुरू, माइनर पड़े सूखे
उरदौली नहर अनुभाग में सरेली और अर्थाना रजबहा तथा हरनी, कुसैला और दौली माइनर सूखे हैं। लुकटहा नहर अनुभाग में महोली, मितौली और बसारा रजबहा तथा जमुनिया, गंगापुर, भेलावां, राजपुर और पिपरावां में भी पानी नहीं दिख रहा। इसी तरह रामकोट नहर अनुभाग के रामकोट रजबहा, कैमहरा और हेमपुर माइनर सूखे पड़े हैं। क्या कहते हैं किसान
गन्ने की कटाई हो चुकी है। गेहूं की बोआई के लिए अर्थाना माइनर में पानी आने का इंतजार है। वहीं समय से खाद भी नहीं उपलब्ध हो पा रही है। जिससे फसल की बोआई पिछड़ती जा रही है।
नेपाल ¨सह
गेहूं की फसल की बोआई के लिए खेत का पलेवा करने की आवश्यकता है। माइनर में पानी न आने के चलते निजी संसाधनों का प्रयोग करना पड़ रहा है।
राजेंद्र ¨सह
एक एकड़ में सरसों बोई थी, लेकिन नहर सूखी होने के चलते सरसों सूखी जा रही है। आस-पास कोई बो¨रग न होने के चलते किराये पर भ ¨सचाई की सुविधा नहीं मिल पा रही है।
सुधीर त्रिवेदी
गांव में ट्यूबवेल दूर है, जिससे काफी परेशानी होती है। ¨सचाई के लिए किराये के पं¨पग सेट का 150 रुपये प्रति घंटा देना पड़ता है।
रमेश मिश्रा खेत में गन्ने की छुलाई जारी है, धान भी कट चुके हैं। ख त पलेवा करके गेहूं बोना है लेकिन सूखा माइनर अड़ंगा लगाए हुए है।
अनंतराम नहर गांव के किनारे से निकली है लेकिन सूखी होने के चलते खेत का पलेवा नहीं हो पा रहा है। जिससे फसल पिछड़ती जा रही है।
राहुल शुक्ला
इनसेट
यहां हो रही है सफाई
उरदौली अनुभाग के जेई शिव प्रताप के मुताबिक सरेली और अर्थाना रजबहा तथा हरनी माइनर में करीब सात लाख रुपये खर्च कर सफाई का काम जारी है। इसी तरह लुकटहा अनुभाग में जेई आशीष मौर्या के मुताबिक 5 स्थानों पर तथा रामकोट अनुभाग के जेई हंसराम के मुताबिक रामकोट रजबहा तथा हेमपुर माइनर पर सफाई कार्य जारी है। वर्जन
28 नवंबर को बनबसा से सीतापुर शाखा नहर में पानी छोड़ा जाएगा। उसके बाद माइनरों और रजबहों में भी सप्लाई शुरू हो जाएगी। माइनरों की सफाई के लिये पानी बंद किया गया है।
दिनेश कुमार, अधिशासी अभियंता