स्वास्थ्य सेवाओं पर नहीं, इमारत पर ध्यान
सीतापुर: जिला महिला अस्पताल में दवाओं से लेकर कई प्रकार की जांच को डॉक्टर बाहर से लिख
सीतापुर: जिला महिला अस्पताल में दवाओं से लेकर कई प्रकार की जांच को डॉक्टर बाहर से लिख रहे हैं। अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टरों के चंगुल में फंसा मरीज मजबूर होकर रुपये खर्च करता है और जांच बाहर से कराता है। जहां मरीजों का यह हाल है, वहीं अस्पताल प्रशासन बेफिक्र होकर अस्पताल के भवन की मरम्मत व रंग रोगन पर ध्यान दे रहा है। बताया जा रहा है कि महिला अस्पताल कायाकल्प योजना के तहत राज्य सरकार से 50 लाख रुपये का इनाम पाने की तैयारी में व्यस्त हैं। लोगों की समझ में नहीं आ रहा है कि पुरस्कार सिर्फ भवन की सुंदरता को देखकर दिया जाएगा या फिर स्वास्थ्य सेवाओं का आकलन करके। दो दिन से इंतजार
लहरपुर के ग्राम धौरहरा निवासी रागिनी देवी गुरुवार को फर्श पर पड़ी थी। पूछने पर बताया कि वह मंगलवार को अस्पताल आई थी। डॉक्टरों का कहना है कि गुरुवार की शाम तक प्रसव पीड़ा होने पर उसे भर्ती किया जाएगा। इस वजह से वह अपनी बारी का इंतजार कर रही है।
बाहर से अल्ट्रासाउंड
पिसावां के हरनी कलां निवासी मीरा देवी को प्रसव पीड़ा थी। अस्पताल पहुंची, तो डॉक्टरों ने बाहर से अल्ट्रासाउंड लिख दिया। इलाज जरूरी था, इस वजह से वे 800 रुपये देकर बाहर से अल्ट्रासाउंड करवा कर लाए हैं। अब डॉक्टर को दिखाएंगे।
क्या बताएं
रामकोट के इलसिया ग्रंट निवासी सीमा राठौर भी अस्पताल में भर्ती है। पूछने पर परिवार के सदस्य बोले कि क्या बताएं, हमको भी अल्ट्रासाउंड बाहर से ही कराना पड़ा है। मरीज भर्ती है, यूं समझों कुछ कह भी नहीं सकते हैं।
बाहर से कराना है अल्टासाउंड
एक महिला ने पर्चा दिखाया, बोली, कि अल्ट्रा साउंड बाहर से लिखा गया है। अब बाहर से अल्टा साउंड कराना पड़ेगा। इलाज इसी अस्पताल में कराना है। इस वजह से नाम नहीं बताऊंगी। महिला का कहना था, कि अगर अखबार में नाम छपा तो उसके इलाज में दिक्कत हो सकती है। चल रही तैयारी
राज्यस्तरीय कायाकल्प टीम 17 सितंबर को जिले में आ रही है। यह महिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर भवन व अन्य पहलुओं का आंकलन करेगी। सबकुछ ओके होने पर राज्य सरकार प्रथम पुरस्कार के रूप में 50 लाख रुपये दे सकती है। यही वजह है कि इन दिनों महिला अस्पताल में मरम्मत, रंग रोगन का काम तेजी से चल रहा है।