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चहेतों को लाभ देने में कर डाले अनियमित कार्य, नोटिस जारी

चहेतों को लाभ देने में कर डाले अनियमित कार्य

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Aug 2022 12:26 AM (IST)Updated: Wed, 24 Aug 2022 12:26 AM (IST)
चहेतों को लाभ देने में कर डाले अनियमित कार्य, नोटिस जारी
चहेतों को लाभ देने में कर डाले अनियमित कार्य, नोटिस जारी

चहेतों को लाभ देने में कर डाले अनियमित कार्य, नोटिस जारी

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निर्मल पांडेय, सीतापुर

नगर पालिका परिषद बिसवां में तैनात रहे अधिशासी अधिकारी (ईओ) विकास कुमार ने चहेतों को लाभ देने के चक्कर में अनियमित कार्य कर डाले। पुष्टि होने के बाद शासन ने इनको कारण बताओ नोटिस जारी किया है। विकास कुमार वर्तमान में बिजनौर जिले में तैनात हैं। प्रकरण में एसडीएम बिसवां और अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण ने जांच की थी।

जांच में पता चला कि ईओ विकास कुमार ने जैन ब्रदर्स जीआइसी रोड सिविल लाइन सीतापुर की फर्म से 1.85 लाख रुपये की सरदार बल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा खरीद डाली। मूर्ति अनावरण व स्थापना के संबंध में भी उन्होंने शासन से कोई अनुमति भी नहीं ली थी। यही नहीं नगर पालिका के आवास में डायनिंग रूम व किचन की मरम्मत पर 3.75 लाख रुपये खर्च दिखाया, जबकि जांच टीम को संबंधित किचन की स्थिति भी बहुत बेहतर नहीं मिली। वहीं, दशहरा एवं रामलीला मैदान में गायत्री मंदिर के पास चहारदीवारी का निर्माण कार्य 4.74 लाख रुपये और बिसवां में दशहरा मेला मैदान में चहारदीवारी का कार्य 4.92 लाख रुपये से कराया गया। जांच टीम को चहारदीवारी का प्लास्टर मानक के विपरीत मिला।

प्रभारी अधिकारी-स्थानीय निकाय राम भरत तिवारी ने बताया कि बिसवां नगर पालिका के तत्कालीन अधिशासी अधिकारी विकास कुमार के विरुद्ध शासन से जारी आदेश हमको नहीं मिला है। हो सकता है वर्तमान में वह जिस जिले में तैनात हों वहां आदेश पत्र भेजा गया हो। उन्होंने इस संबंध में किसी प्रकार की जानकारी से इन्कार किया है।

नाली बनाई नहीं, इंटरलाकिंग की मोटाई भी घटा दी :

हाथी गेट से रामलीला मैदान तक सड़क निर्माण में मार्ग के दोनों तरफ 64 मीटर नाली का प्रविधान था, जो कि जांच अधिकारियों को मौके पर नहीं मिली। ढाई मीटर की लंबाई में इंटरलाकिंग टाइल्स जमीन में धंसी मिलीं। इंटरलाकिंग की मोटाई, रामलीला मैदान से 4.3 मीटर की लंबाई पर एक जगह मापने पर सात सेमी एवं 18.3 मीटर लंबाई में एक जगह पर माप सात सेंटीमीटर मिली। लेकिन, निरीक्षण के दौरान जो एस्टीमेट प्रस्तुत किया गया था उसके अनुसार इंटरलाकिंग की मोटाई आठ सेंटीमीटर होनी चाहिए थी।

जांच टीम को सहयोग न करने का आरोप :

आरोप यह भी है कि ईओ विकास कुमार ने जांच टीम के अधिकारियों को किसी भी तरह का कोई सहयोग भी नहीं किया। शासन के विशेष सचिव धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने जारी कारण बताओ नोटिस में ईओ विकास कुमार से 15 दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा है। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।

इन्होंने की थी शिकायत :

बिसवां नगर पालिका में ईओ विकास कुमार सितंबर 2015 से मार्च 2018 तक तैनात रहे। इनके विरुद्ध अजय प्रताप, आरती सिंह व रवींद्र वर्मा ने 12 जून 2017 को शिकायत दर्ज कराई थी। जिलाधिकारी ने प्रकरण की जांच कराकर चार दिसंबर 2021 को शासन में कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी थी।


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