होलीनगर में लगा था शहर का पहला पंडाल
सीतापुर : होलीनगर मोहल्ले में शहर का पहला गणेश पंडाल 32 वर्ष पहले लगा था, तबसे अनवरत पू
सीतापुर : होलीनगर मोहल्ले में शहर का पहला गणेश पंडाल 32 वर्ष पहले लगा था, तबसे अनवरत पूरी आस्था व श्रद्धाभाव से श्रद्धालु गणेश महोत्सव मनाते आए हैं। विसर्जन से नदी का जल प्रदूषित न हो इसके लिए मुंबई से गणेशजी की मिट्टी की साढ़े छह फिट की मूर्ति मंगाई गई है। दस दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में शाम के समय मोहल्ले की महिलाएं ढोलक व मजीरा की धुन पर भजन-कीर्तन करती हैं। इसके पश्चात स्थानीय कलाकार राधा-कृष्ण की मनमोहक झांकी प्रस्तुत करते हैं। शुक्रवार को इस पंडाल में भगवान सत्य नारायण की कथा का श्रद्धालु श्रवण करेंगे। गणेश उत्सव के दौरान पड़ने वाले मंगलवार व शनिवार की शाम को सुंदरकांड का पाठ भी किया जाता है। गणेश महोत्सव की शुरुआत प्रकाश बांबे वाले ने वर्ष 1986 में की थी। इस धार्मिक आयोजन में ¨मटू शाह, रामकरन, रामचंद्र, कमलेश राठौर व शोभित राठौर का भी सहयोग रहता है। गुरुवार का विशाल भंडारा आयोजित किया गया। 23 सितंबर को श्रद्धालुओं के जयकारे के बीच गणेश भगवान की मूर्ति का विसर्जन गोपाल घाट पर सरायन नदी में किया जाएगा।
वर्जन
शहर में सबसे पहले होलीनगर में गण शजी के पंडाल की शुरुआत हुई थी। सामूहिक सहयोग से गणपति बप्पा का जन्मोत्सव पूरी आस्था के साथ मनाया जाता है। प्रकाश बांबे वाले, समिति अध्यक्ष
होलीनगर पंडाल में गजानन की पूजा-अर्चना पूरे श्रद्धाभाव से होती है। महिलाएं हर रोज गणपति को प्रसन्न करने के लिए कीर्तन-भजन भी करती हैं।
अलका गुप्ता, श्रद्धालु