ट्रांसफार्मर व केबल बाक्स में लगी आग, 400 गांवों की बिजली गुल
ट्रांसफार्मर व केबल बाक्स में लगी आग 400 गांवों में बिजली आपूर्ति ठप
ट्रांसफार्मर व केबल बाक्स में लगी आग, 400 गांवों की बिजली गुल
सीतापुर : बिजली उपकेंद्र महमूदाबाद में रखे देहात फीडर के ट्रांसफार्मर और केबल बाक्स में मंगलवार की सुबह अचानक आग लग गई। आग की विकरालता देखते हुए उपकेंद्र कर्मियों ने दमकलकर्मियों को सूचना दी। दमकल से जब तक आग बुझाई जाती तब तक 10 केवीए ट्रांसफार्मर पूरी तरह जल चुका था। ट्रांसफार्मर में आग लगने के कारण महमूदाबाद देहात फीडर से जुड़े करीब 400 गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। सुबह का समय होने के बाद लोगों को पेयजल संबंधी दिक्कतें हुईं।
उप खंड अधिकारी बिजली राजेश मौर्य ने बताया कि बिजली कर्मचारियों की तकनीकी टीम खराबी का परीक्षण कर रही है। पूरी जांच के बाद पता चलेगा कि आपूर्ति बहाल होने में कितना समय लगेगा। फिर भी प्रथम दृष्टया अनुमान है कि कम से कम दो दिन बाद ही बिजली आपूर्ति बहाल होना संभव हो पाएगा।
देहात फीडर से जुड़े गांवों के उपभोक्ता प्रभावित :
महमूदाबाद देहात फीडर से 400 गांवों में बिजली आपूर्ति की जाती है। इन गांवों में करीब दो लाख की आबादी बिजली आपूर्ति ठप होने से प्रभावित हुई है। गर्मी के मौसम में लोगों को काफी दिक्कतें हुई। लोगों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ा। आपूर्ति बाधित होने से श्यामदासपुर, मोतीपुर, गुलरामऊ, चतुराबेहड़, बाकरपुर, बन्नी, ठाकुरपुर, मौलापुर, खंता, चुनका, भरथर, तारापुर, सिरौली, कुंसड़ा, छंगवापुर, बिलौली बाजार, पचदेवरा, उस्मानपुर, लखनीपुर, बेहमा, महमदपुर, पहाड़ापुर, रेवान, सुंदौली, उनेरा, पेनीपुर, गोधौरी, सुकाईपुर आदि गांवों के ग्र्रामीण प्रभावित हुए।
हाथ पंखा व सरकारी नल बना सहारा :
ट्रांसफार्मर में आग लग जाने के कारण चार सौ गांवों में बिजली संकट छा गया। गर्मी में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। गर्मी से निजात पाने के लिए लोग पेड़ों के नीचे बैठकर हाथ के पंखों का सहारा लेते देखे गए। सबमर्सिबल पंप न चल पाने के चलते लोग हैंडपंपों से पानी भरते दिखे।
केवल देहात फीडर प्रभावित :
देहात फीडर का ट्रांसफार्मर जलने से नगर के उपभोक्ता भी परेशान हो उठे। आग लगने पर तत्काल आपूर्ति रोक दी गई थी। नगर के उपभोक्ताओं को लगा कि शायद सभी जगह आपूर्ति बाधित हुई है। बाद में पता चला कि केवल देहात फीडर प्रभावित हुआ है। कुछ देर बाद नगर की आपूर्ति बहाल हो गई। तब जाकर उपभोक्ताओं ने राहत की सांस ली।