दीप जगजगाए, पटाखे भी छुड़ाए
सीतापुर : खुशियों का त्योहार दीपावली पर्व जिले भर में पूरे हर्षोल्लास से मनाया गया। इस बार पह
सीतापुर : खुशियों का त्योहार दीपावली पर्व जिले भर में पूरे हर्षोल्लास से मनाया गया। इस बार पहले की अपेक्षा आतिशबाजी कम हुई और रात साढ़े दस बजे के बाद लोगों ने पटाखे नहीं फोड़े। सुबह से ही लोग घर की सजावट एवं लक्ष्मी पूजन की तैयारी में जुट गए थे। शाम होते ही समूचा क्षेत्र रोशनी से जगमगा उठा था। बिजली की झालरों एवं दीयों से सजे घरों में विधि-विधान से लक्ष्मी पूजन के बाद के आतिशबाजी के साथ दिवाली का जश्न शुरू हुआ। शहर से लेकर गांव तक दीपावली पर्व परंपरागत ढंग से मनाया गया। शाम को शुभ मूहुर्त में लक्ष्मी-श्रीगणेश का विधि-विधान से लोगों ने पूजन किया और धन-धान्य से परिपूर्ण करने का आशीर्वाद मांगा। गांवों में खेत-खलिहानों में किसानों ने पहुंचकर दीप जलाए और समृद्ध किसानी की कामना की। वहीं जिले के कई थानों में पुलिस कर्मियों ने भी दीपावली पर्व पर दीये जलाकर आपस में खुशी मनाई, एक दूसरे को मिठाई खिलाकर पर्व की बधाई दी।
हल्की रही आतिशबाजी की बिक्री
शहर के जीआइसी मैदान पर आतिशबाजी की दुकानें सजी थीं, जहां से लोगों ने लाखों रुपये की पटाखा आदि तरह की आतिशबाजी की खरीदारी की। यहां पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम देखे गए। पुलिस व अग्निशमन के अधिकारी दमकल वाहन के साथ मुस्तैद रहे। आतिशबाजी विक्रेताओं ने बताया कि पिछले वर्षों की अपेक्षा इस बार आतिशबाजी की बिक्री हल्की रही है। जगमगाया गंगासागर तीर्थ
रामकोट : दीपावली मेले के दूसरे दिन देर शाम गंगासागर तीर्थ पर दीपदान का भव्य आयोजन हुआ। हजारों दीपकों से गंगासागर तीर्थ व मंदिरों को सजाया गया। मेले का मुख्य आकर्षण दीपदान कार्यक्रम देखने के लिए श्रद्धालु की भीड़ रही। दीपदान का शुभारंभ सदर विधायक राकेश राठौर ने किया। गंगासागर तीर्थ व मंदिर परिसर में दीयों की रंगोली सजाई गई। श्रद्धालुओं ने तीर्थ की परिक्रमा की और जयकारे लगाए। दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालुओं ने गंगासागर तीर्थ में दीपदान किया और सुख समृद्धि की कामना की। फिर रामेश्वर मंदिर में भगवान शिव के दर्शन किए। दीपदान कार्यक्रम का समापन आतिशबाजी के साथ किया गया। मेले में देर रात तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।