दबोचे गए तीन साइबर अभियुक्त, केनरा बैंक ग्राहकों से करते थे ठगी
साइबर क्राइम सेल व कोतवाली पुलिस की सक्रियता
संसू, सीतापुर : साइबर क्राइम सेल व कोतवाली पुलिस की सक्रियता से तीन अंतरराज्यीय साइबर अभियुक्त पुलिस के हत्थे चढ़ गए। अभियुक्त प्रदीप सिंह व अमन सिंह निवासी शुक्लागंज थाना गंगाघाट उन्नाव व रवि कुमार पुत्र कामता प्रसाद निवासी कच्ची बस्ती गोविदनगर कानपुर मोबाइल के फर्जी सिम के जरिए केनरा बैंक के ग्राहकों की जानकारी जुटाते थे और खातों से धनराशि उड़ा देते थे। अभियुक्तों ने शहर कोतवाली व रामपुर कला इलाके में भी वारदात को अंजाम दिया था। घटनाओं का राजफाश करते हुए एएसपी दक्षिणी एनपी सिंह ने बताया कि, अभियुक्त केनरा बैंक जाकर खाताधारकों का खाता नंबर पता कर लेते बैंक के टोल फ्री नंबर पर काल करके खाते का विवरण जुटाते थे। खाताधारक का फर्जी मोबाइल सिम निकलवाकर रुपये निकाल लेते हैं। अभियुक्तों के पास से चार एंड्रायड फोन, एक कीपैड व तीन फर्जी सिम भी बरामद किए गए।
इंटरनेट व मोबाइल बैंकिग से निकालते धनराशि
अभियुक्तों का संगठित गिरोह है। बैंक से खाता संख्या व टोल फ्री नंबर से विवरण जुटाने के बाद यह अपराधी खाताधारक के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर रिचार्ज कराते थे। बाद में पांच फर्जी नंबरों से खाताधारक को काल करते। थोड़ी देर तक अनावश्यक बातें करने के बाद मोबाइल कंपनी के टोल फ्री नंबर पर अपने नंबर से काल कर खाताधारक के नंबर को अपना बताकर बंद कराने की बात कहते। कंपनी के पूछने पर अंतिम पांच काल का विवरण बता देते। कंपनी संतुष्ट होकर नंबर बंद कर देती। बाद में अभियुक्त उसी नंबर को अपने साथी के नाम आवंटित कराकर केनरा बैंक की वेबसाइट पर जाकर जरूरी जानकारी भरते और इंटरनेट या मोबाइल बैंकिग के माध्यम से रुपये निकाल लेते।
अभियुक्त को दबोचने में शामिल पुलिस टीम
साइबर क्राइम सेल के विजयवीर सिंह सिरोही, आरक्षी रोहित कुमार, भूपेंद्र राणा, सुमित राघव व अनुराग पांडेय शामिल हैं। इसके अलावा शहर कोतवाली के एसएसआइ मुकेश कुमार, एसआइ शशांक पांडेय, मुख्य आरक्षी रामअवध व आरक्षी संदीप सिंह शामिल हैं।